बिलासपुर—पेण्डरवा ग्राम पंचायत के 12 पंचों के साथ सरपंच सीता कश्यप ने उप सरपंच जयप्रकाश तिवारी पर विकास कार्य में रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया है। सीता कश्यप ने प्रभारी कलेक्टर के.डी.कुंजाम को लिखित शिकायत कर बताया कि जय प्रकाश तिवारी ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों को खनिज डायरेक्टर की धौंस दिखाकर रूपयों की मांग करता है। नहीं दिए जाने पर रेत खदान बंद करने की धमकी देता है। उपसरपंच ने पिछली बार दबाव बनाकर चहेतों को अवैध रूप से रेत खदान दिया। रायल्टी का सारा पैसा अपने साथियों में बांटकर पंचायत को ठेंगा दिखाया है। जिसके कारण गांव का विकास कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने कलेक्टर के अलावा खनिज अधिकारी आर.मालवे और पुलिस कप्तान से जयप्रकाश तिवारी की शिकायत की है। प्रशासन से मामले में सख्त कदम उठाए जाने की मांग की है।
पेण्डरवा ग्राम पंचायत की सरपंच सीता कश्यप और 12 पंचो ने ग्रामीणों के साथ ग्राम पंचायत उप सरपंच जयप्रकाश तिवारी पर दादागिरी का आरोप लगाया है। ग्राम पंचायत पदाधिकारी और ग्रामीणों ने के.डी.कुंजाम को बताया कि शासन से अनुमति मिलने के बाद भी जयप्रकाश तिवारी रेत उत्खनन में बाधा डाल रहा है। उप-सरपंच दावा करता है कि गांव का मालगुजार हूं इसलिए रेतघाट चलाने का अधिकार भी उसी का है। पेन्डरवा सरपंच सीता कश्यप ने कलेक्टर के बाद जिला खनिज अधिकारी और पुलिस कप्तान से भी शिकायत की है। पुलिस कप्तान को ग्रामीणों ने बताया कि जयप्रकाश धमकी देता है कि जब मैने पिछली बार बिना अनुमति रेत का उत्खनन किया तो इस बार भी रेत उत्खनन करने का अधिकार मेरे आदमियों का बनता है। इतना ही गांव के विकास में एक रूपये भी नहीं दूंगा। जिसको जो करना है कर ले।
मैं मालगुजार हूं..नहीं दूंगा रूपया
सीता कश्यप ने बताया कि पिछली बार अनुमति नहीं मिलने के बाद भी लक्षनपुर रेतघाट से जयप्रकाश ने रेत निकाला। उप सरपंच ने विजय शर्मा का जेसीबी लगवाया था।अवैध रेत उत्खनन के लिए विजय शर्मा ने जय प्रकाश को डेढ़ लाख रूपए दिये थे। उप सरपंच को यह रूपया दो बैंकों से चेक और कुछ नगद में दिया गया था। इतना ही नहीं जयप्रकाश तिवारी ने बिना रायल्टी पर्ची रेत परिवहन करने वाले ट्रकों से 150 रूपए की वसूली की। वसूले गए रूपयों का उसने आज तक हिसाब नहीं दिया है। हर बार यही कहता है कि मैं मालगुजार हूं..नदी मेरे गांव से होकर जाती है। इसलिए रूपयों पर सिर्फ मेरा अधिकार है। शिकायत के बाद बड़ी मुश्किलों के बाद रेतघाट बंद किया गया।
महीने का एक लाख देता हूं
खनिज अधिकारी आर.मालवे को ग्रामीणों ने बताया कि जयप्रकाश अपने आदमियों को रेत उत्खनन का ठेका देने का दबाव बना रहा है। लक्षनपुर का रेतघाट ग्राम पंचायत की सर्वसम्मति से जिला प्रशासन के आदेश पर चालू हुआ है। लेकिन जयप्रकाश तिवारी कहता है कि यदि उसके आदमियों को रेतघाट का ठेका नहीं दिया गया तो खदान बंद करवा देगा। क्योंकि खनिज विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर उसके रिश्तेदार हैं। खनिज विभाग इंस्पेक्टर को हर महीने एक लाख रूपए देता हूं। उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।
विकास में पिछड़ा पेण्डरवा
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो साल से विकास कार्यों में पेन्डरवा गांव काफी पिछड़ गया है। बड़ी मुश्किल से इस बार लक्षनपुर रेतघाट की अनुमति मिली है। रेत से मिले रूपयों से गांव का विकास होगा। लेकिन उपसरपंच ऐसा नहीं चाहता है। उप सरपंच ने पिछली बार अवैध उत्खनन किया। लेकिन रूपयों का हिसाब नहीं दिया। इस बार भी वह ऐसा ही करना चाहता है। धमकी देता है कि यदि रेत उत्खनन नहीं करने दिया गया तो मीडिया में शिकायत करूंगा। खदान बंद करवा दूंगा।
पुलिस कप्तान से शिकायत
पंच,सरपंच और ग्रामीणों ने उप सरपंच के खिलाफ पुलिस कप्तान से भी शिकायत की है। पुलिस प्रशासन को सीता कश्यप और ग्रामीणों ने बताया कि उपसरपंच की दादागीरी से गांव परेशान है। अब हम लोग रेत के पैसे से गांव का विकास करना चाहते हैं तो वह ट्रक और ट्रैक्टर वालों को खदान से भगा देता है। मारने पीटने की धमकी देता है। अधिकारियों में ऊंचे रसूख का हवाला देकर ग्रामीणों को परेशान करता है। इसलिए पुलिस उप सरपंच के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
नियम के अनुसार आवंटन
जिला खनिज अधिकारी आर.मालवे ने बताया कि ग्राम पंचायत के प्रस्ताव पर रेतघाट चलाने की अनुमति दी गयी है। प्रस्ताव आया था..प्रस्तावा के अनुसार जिला प्रशासन ने रेतघाट देने का निर्णय लिया। हमारा काम रायल्टी पर्ची देना है..हमने दे दिया। लेकिन अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरपंच किसे रूपये देता है हमें उससे मतलब नहीं है। पिछली बार अवैध रूप से उत्खनन किया जा रहा था हमने कार्रवाई की थी।
नियमानुसार कार्रवाई होगी
प्रभारी कलेक्टर के.डी.कुंजाम ने कहा कि रेत खदान का आवंटन नियम के अनुसार हुआ है। ग्राम पंचायत का अधिकार है कि वह किसे रेत उत्खनन करने की जिम्मेदारी दे। यदि आदेश के बीच कोई आंख मिचौली करता है तो सख्त कार्रवाई होगी।