बाजार आगजनी मामला..विधायक ने की आर्थिक सहायता की मांग..कलेक्टर ने दिया आश्वासन..शैलेष ने रेलवे को बताया गैर जिम्मेदार

BHASKAR MISHRA
5 Min Read

बिलासपुर—- बुधवारी सब्जी बाजार में एक बार फिर आगजनी का मामला सामने आया है। ऐसा पहले भी हो चुका है। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन की भूमिका व्यापारियों के प्रति बहुत ही गैर जिम्मेदारी वाला है। ललगातार हादसों के बाद भी रेलवे प्रशासन की तरफ से कोई संवेदनशीलता सामने नहीं आयी है। कहने को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे देश का कमाऊ पूत है। लेकिन स्थानीय लोगों और खासकर क्षेत्र के वन्यापारियों के प्रति रेलवे प्रशासन संवेदन शूनय है। यह बातें नगर विधायक ने आगजनी की खबर के बाद कही। विधायक ने बताया कि हमने कलेक्टर से बातचीत किया है। और एक पत्र भी लिखा है। कलेक्टर ने प्रभावितों को हरसंभव मदद का आश्वसान भी दिया। 

Join Our WhatsApp Group Join Now

बताते चलें कि बीती रात करीब चार से पांच बजे के बीच बुधवारी बाजार मरें आगजनी की घटना सामने आयी है। आगजनी में करीब दो दर्जन से अधिक दुकान जलकर खास हो गया है। पुलिस के अनुसार बाजार में करीब पांच 6 दुकानों में फल और सब्जियां रखी हुई थी। सारा सामान जलकर खाक हो गया है। मामले में पता लगाया जा रहा है कि आखिर आगजनी की वजह क्या है।

आगजनी पर विधायक ने जताया दुख

खबर सामने आने के बाद नगर विधायक ने तत्काल कलेक्टर को पत्र लिखा। और निजी स्तर पर बातचीत कर प्रभावितों के लिए यथा संभव मदद किए जाने की बात कही। विधायक शैलेष पाण्डेय ने बताया कि कलेक्टर सौरभ कुमार ने पूरे मामले को गंभीरता से लिए जाने की बात कही है। साथ ही प्रभावितों की यथा संभव शासकीय मदद का आश्वासन भी दिया है। विधायक ने बताया कि हमने प्रभावितों के लिए नुकसान की भारपाई में मुआवजा दिए जाने की मांग की है। साथ ही आगजनी के कारणों का भी पता लगाने को कहा है।

कहां जाता है कमाऊ पूत का पैसा

आगजनी की घटना से दुखी शैलेष पाण्डेय ने रेलवे प्रशासन पर भी निशाना साधा है। पाण्डेय ने कहा कि हम दम्भ से कहते हैं कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे देश का सबसे कमाऊ पूत जोन है। कहते हुए दुख होता है कि रेलवे के पास इस तरह की घटनाओं से दो चार करने और मदद के लिए एक भी दमकल की गाड़ी नहीं है। आखिर प्रदेश से कमाया हुआ पैसा सिर्फ केन्द्र सरकार की है।

वसूली के नाम टंच..सुविधा में फिसड़्डी

विधायक ने कहा कि व्यापारियों से टैक्स और व्यवस्था के नाम जमकर कार्रवाई होती है। व्यापारियों से जमीनदारों की तरह कार्रवाई की जाती है। कर वसूला जाता है। लेकिन सुरक्षा के नाम पर व्यापारियों को ढेंगा दिया जाता है। पहले भी बुधवारी बाजार में आगजनी हुई है। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन के कान में सुरक्षा को लेकर आज तक कोई कदम नहीं उठाया गया।

 

ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने का प्रयास

जल्द ही डीआरएम और जोन महाप्रबंधक से मुलाकात कर आगजनी जैसे स्थानीय लोगों की सुरक्षा की मांग करेंगे। जरूरत पड़ी तो केन्द्र से पत्र व्यवहार के साथ गांधीगिरी भी करेंगे। बहरहाल हमारा प्रयास है कि आगजनी के शिकार पीड़ितों को प्रशासन से ज्यादा से ज्यादा लाभ देते हुए मरहम लगाया जाए।

व्यपारियों ने की कलेक्टर से मुलाकात

बुधवारी बाजार आगजनी के शिकार प्रभावित लोग दोपहर कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी पीड़ा को जाहिर किया। व्यापारियों ने कलेक्टर के सामने रेलवे की लापरवाही को सामने रखा। साथ ही नुकसान के बारे में भी बताया। ज्यादातर सब्जी का व्यवसाय करने वाले लोगों ने कहा कि हम पूरी तरह से आगजनी की घटना के बाद बरबाद हो चुके है। इस दौरान कलेक्टर ने व्यापारियों के प्रतिनिधि मण्डल को यथा संभव मदद का आश्वासन भी दिया है। साथ ही वस्तुस्थिति के बारे में पतासाजी का भी आश्वासन दिया है।

close