Microsoft: दुनिया की सबसे बड़ी साफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन (Microsoft Corp) ने अपने 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है। कंपनी ने कर्मचारियों को निकालने की वजह के पीछे का कारण कपंनी की तंगहाल स्थिति को बताया है।
रॉयटर्स के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प (Microsoft Corp) की ओर से बुधवार (18 जनवरी, 2023) को कहा गया कि वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के अंत तक वह 10 हजार जॉब में कटौती करेगी। इसे अमेरिकी टेक्नोलॉजी सेक्टर में छंटनी में आ रही तेजी का संकेत माना जा सकता है, क्योंकि कंपनियां, आर्थिक मंदी के दौर का सामना कर रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यह छंटनी माइक्रोसाफ्ट में हुई अब तक हुई कई दौर की छंटनी से सबसे बड़ी होगी।
माइक्रोसाफ्ट ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि कुछ छोटी नौकरियों को खत्म कर दिया गया है, जबकि न्यूज साइट Axios ने अक्टूबर में खबर दी थी कि कंपनी ने विभिन्न विभागों में करीब एक हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है।
सत्या नाडेला की अगुवाई वाली फर्म, महामारी के दौर के बाद पर्सनल कंप्यूटर मार्केट में मंदी का सामना कर रही है, जिसके चलते इसके विंडोज और साथ के साफ्टवेयर की बेहद कम डिमांड रह गई है।
माइक्रोसॉफ्ट में करीब 2,21,000 फुल टाइम कर्मचारी हैं
पिछले साल जून तिमाही तक के आंकड़ो के मुताबकि, माइक्रोसॉफ्ट में फिलहाल करीब 2,21,000 फुल टाइम कर्मचारी हैं। इनमें से लगभग 1,22,000 अमेरिका में काम करते हैं, जबकि बाकी 99,000 कर्मचारी भारत समेत दुनिया के अन्य देशों में कार्यरत हैं। कंपनी ने इससे पहले जुलाई में करीब एक हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। वहीं कंपनी के छंटनी के इस फैसले से यह संकेत मिल रहा है कि टेक सेक्टर में वर्क फोर्स में कटौती जारी रह सकती है।
हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर सत्या नाडेला ने टेक सेक्टर के लिए दो साल तक चुनौतियां रहने की चेतावनी दी थी। नडेला का कहना था कि माइक्रोसॉफ्ट को भी इन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा और टेक कंपनियों को एफिशिएंट बनने की जरूरत है।
ऐमजॉन 20 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकती
वहीं ऐमजॉन ने अभी तक कर्मचारियों को निकाले जाने से जुड़े किसी आंकड़े का खुलासा नहीं किया है। लेकिन दिसंबर 2022 की शुरुआती में New York Times की एक रिपोर्ट में पता चला था कि कंपनी दुनियाभर से करीब 20,000 लोगों को नौकरी से निकाल सकती है। रिपोर्ट में कहा गया था कि आने वाली आर्थिक मंदी के बीच टेक दिग्गज अपने खर्चों में कटौती कर रही है।