Narak Chaturdashi: धनतेरस से ही दोपोत्सव के त्योहार की शुरूआत भी हो चुकी है. दिवाली से एक दिन पहलेनरक चतुर्दशी या रूप चौदस को मनाया जाता है. इस बारनवंबर, 2023अभ्यंग स्नान किया जाता है.
बता दें कि इस दौरान महिलाएं
धनतेरस पर जहां कुबेर की पूजा की जाती है तो वहीं नरक चौदस पर यम के साथ मां लक्ष्मी को पूजा जाता है. इसे रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है. आइए जानते हैं कि इस दौरान आपको कौन से प्रसाद का भोग लगाना चाहिए. लेकिन इससे पहले जानते हैं कि नरक चतुर्दशी क्यों मनाई जाती है.Narak Chaturdashi
क्यो मनाई जाती है नरक चतुर्दशी
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नाम के राक्षस को मारकर उसके जेल खाने से 16पृथ्वी पर लोगों को पीड़ा दे रहा था. इस यातना सहन करने में असमर्थ लोगों ने मदद के लिए भगवान कृष्ण की प्रार्थना की. श्रीकृष्ण के नरकासुर का वध करने पर ही इसेबेसन के लड्डू को भोग/
Narak Chaturdashi/वाल्मीकि रामायण के अनुसार, हनुमान जी का जन्म कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हुआ था. यही वजह है कि इस दिन बूंदी के लड्डू का भोग चढ़ाना शुभ माना जाता है. इस दिन घर पर कई सारे पकवान बनाए जाते हैं. आप घर पर ही बूंदी के लड्डू बना सकते हैं. इसे बनाने की रेसिपी बेहद आसान है.
कैसे बनाएं लड्डू
बेसन के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले कड़ाही में घी गर्म करें और उसमें बेसन को डाल कर भून लें. चीनी की चाशनी को दो तार वाला बनाएं.उसमें मावा और बेसन डाल कर अच्छे से मिलाएं. अब इसमें इलायची पाउडर डालें और मिला लें. अब आप इसे गोल आकार दे सकते हैं. तैयार है बेसन के लड्डुओं का प्रसाद.
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