बिलासपुर जिले में निजात अभियान द्वारा नशे के खिलाफ जन जागरूकता से अपराधों व दुर्घटनाओं में कमी

Shri Mi
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बिलासपुर।बिलासपुर पुलिस द्वारा जिले में नशे के खिलाफ विगत 5 माह से चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान निजात को व्यापक समर्थन एवं सफलता प्राप्त हो रही है l इस अभियान के द्वारा नशे के चंगुल से लोगों को निजात मिल रही है, साथ ही अपराधों एवं दुर्घटनाओं में कमी भी नजर आने लगी है।जिले के विभिन्न में संस्थाओं और सभी वर्गों के साथ ही अभियान में बच्चों के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ और यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राईम भी जोड़कर मदद कर रहे हैं।

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राज्य के मुखिया भूपेश बघेल के आदेश पर आईजी बद्रीनारायण मीणा एवं पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के मार्गदर्शन में एनडीपीएस नारकोटिक्स एवं अवैध शराब तथा अन्य नशे के विरुद्ध स्पष्ट एवं प्रभावी कार्यवाही के रूप में की गई कार्यवाहीयों के परिणाम स्वरूप, जिले में विगत 5 माह में 2454 प्रकरणों में 2579 एनडीपीएस के आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।

जिसमें गैर जमानती प्रकरणों में 402 आरोपियों को जेल भेजा गया l इसके अतिरिक्त 4804 लीटर अवैध शराब, 640 किलो गांजा, 15 ग्राम चरस, 10000 से अधिक इंजेक्शन, एवं 879 नग सिरप, 953 बोनफिक्स, एवं 5 ग्राम एमडीएम बरामद किया गया।

एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल एवं राहुल शर्मा तथा सी एस पी संदीप पटेल व थाना प्रभारियों के नेतृत्व में चलाए जा रहे इन अभियानों से ,अवैध नशे के व्यापार करने वालों में हड़कंप व्याप्त है।

इसके अतिरिक्त शराब पीकर वाहन चलाने वाले 885 लोगों के विरुद्ध 185 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही भी की गई है जिसमें वाहन जप्त कर मामला न्यायालय में पेश कर प्रत्येक पर ₹10000 जुर्माना किया गया है, एवं कोटपा एक्ट के तहत 568 कार्यवाहीयों में तंबाकू, हुक्का, पाइप एवं अन्य पदार्थ जप्त किए गए।

नशे के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान के तहत स्कूल, कॉलेजों ,एवं सार्वजनिक जगहों पर होर्डिंग, बैनर, पोस्टर लगाकर जागरूकता लाने के प्रयास किए जा रहे हैं l इसके अतिरिक्त विभिन्न स्कूल कॉलेजों एवं अन्य सार्वजनिक जगहों पर कुल 1906 जन जागरुकता के कार्यक्रम संपन्न किए जा चुके हैं l

इन समस्त प्रयासों के द्वारा जिले में नशे के विरुद्ध व्यापक जन जागरूकता का प्रभाव देखा जा रहा है इस से प्रेरित होकर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों जैसे तोरवा में एक महिला शिवानी (बदला हुआ नाम) द्वारा जो नशा करने एवं उसके व्यापार में लिप्त थी, जिसके कारण अनेक अवसरों पर उस पर कार्यवाही की गई थी l

उसने नशे का व्यापार एवं नशा छोड़ कर चाय की गुमटी लगाकर अपना जीवन यापन करने का कार्य प्रारंभ कर दिया है इसी प्रकार सिटी कोतवाली क्षेत्र का राजू केवट उम्र 28 वर्ष जो टिकरापारा निवासी है जो विगत 7 वर्षों से शराब पीने का आदी था उसने भी काउंसलिंग से एवं डॉक्टरों की दवाइयों द्वारा शराब से दूरी बनाकर अपना जीवन प्रारंभ किया है।

इसी प्रकार तारबाहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत राहुल पटेल, दीपक पटेल, एवं राजा कोरी नामक तीन युवक नशे की आदत से मुक्ति प्राप्त कर चुके हैं, डॉक्टरों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा पुलिस के संयुक्त प्रयास से नशे से मुक्त हो चुके हैं। सकरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत चलाए जा रह निजात अभियान से प्रेरित होकर 43 वर्षीय फल व्यवसायी अनिल जायसवाल जो नशे की गिरफ्त एवं कर्ज में डूब चुका था, वह भी काउंसलिंग एवं निशुल्क प्राप्त दवाइयों की मदद से अब नशे के गिरफ्त से बाहर आ चुका है तथा अपने परिवार सहित जीवन यापन कर रहा है।

इसके अतिरिक्त दो अन्य प्रकरणों में महिला परामर्श केंद्र में 2 महिलाओं नंदरानी विश्वकर्मा एवं रोशनी भारती द्वारा उनके पति द्वारा शराब पीकर मारपीट करने एवं तंग करने की घटनाओं के कारण उनके पतियों को डॉक्टरी काउंसलिंग एवं दवाओं द्वारा शराब से निजात दिलाई गई, जिससे 2 परिवारों में वर्तमान में खुशी व्याप्त हो चुकी है एवं रोज की परेशानी से निजात अभियान द्वारा नशा से मुक्ति दिलाई गई l

तखतपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत निरंजन साहू जो शराब की कोशिया गिरी एवं अवैध शराब की बिक्री में लिप्त रहता था निजात अभियान की प्रेरणा से शराब के अवैध धंधे से मुक्त होकर गन्ना रस दुकान का संचालन सफलतापूर्वक कर रहा है एवं खुद को नशे से दूर कर लिया है समीपस्थ ग्राम लीदरी एवं सिरसहा में अवैध शराब की बड़े पैमाने पर बिक्री होती थी लेकिन *निजात अभियान* के प्रभाव में ग्रामीणों द्वारा शराब का विरोध किए जाने पर पूर्ण शराबबंदी की जा चुकी है।

इसी प्रकार थाना तखतपुर के प्रधान आरक्षक बाबूलाल पोर्ते जो शराब पीने के आदि थे निजात अभियान के प्रारंभ होने पर इससे प्रेरित होकर शराब के दूर व्यसन से मुक्ति पा चुके हैं। निजात अभियान की सफलता में नजर डालें तो विगत 5 माह में पूर्व की तुलना में आईपीसी के तहत हुए अपराधों में 12% की कमी नजर आ रही है, पूर्व की तुलना में हत्या के प्रयास में 66% हत्या में 21% चाकूबाजी में 74% छेड़छाड़ में 46% चोरी में 21% एवं मारपीट की घटनाओं में 12% की कमी स्पष्ट ही नजर आ रही है इसके अतिरिक्त सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों में भी कमी का प्रभाव स्पष्ट नजर आ रहा है जबकि आबकारी एवं एनडीपीएस के मामलों का प्रतिशत 18% बढ़ चुका है उपरोक्त प्रयासों एवं लगातार चलाए जा रहे अभियानों के द्वारा निजात अभियानों की सकारात्मक प्रतिक्रिया से आम जनों में इसकी व्यापकता एवं उपयोगिता को सफल माना जा सकता है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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