तोरवा थाने में हंगामा…पत्रकारों को देख नरम पड़े सभापति…महिला आरक्षक का मरोड़ा हाथ…विधानी ने कहा देखा जाएगा

BHASKAR MISHRA
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IMG-20171027-WA0059IMG-20171027-WA0058    बिलासपुर— दो दिन पहले तोरवा थाने में घुसकर आरक्षक से मारपीट करने वालो की गिऱफ्तारी का विरोध करने आज अशोक विधानी साथियों के साथ थाना पहुंचे।  निगम सभापति विधानी के साथ लोगों ने थाने का एक बार फिर घेराव किया। पकड़े गए संदेही को छोड़ने के लिए दबाव डाला गया। इस दौरान तोरवा थाने में वाद विवाद की स्थिति भी बनी। फरार मारपीट के आरोपी के पिता ने एक महिला आरक्षक का हाथ भी मरोड़ा। बाद में मीडिया को देखते ही अशोक विधानी समेत लोगों ने बताया कि हम लोग ना तो थाना का घेराव करने आए हैं। और ना ही किसी महिला आरक्षक का हाथ ही मरोड़ा है।

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                                  दो दिन पहले जीवन लाल रोहरा समेत आठ दस लोगों ने तोरवा थाना में घुसकर आरक्षक से मारपीट की थी। आज थाने के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर थाना प्रभारी ने आरोपियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया। इस बीच दीपूपारा के जीवनलाल रोहरा को पकडकर थाने लाया गया। पूछताछ की कार्रवाई की गयी। इसके बाद तोरवा पुलिस अन्य लोगों की तलाश में जुट गयी।

                                         इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि जीवन लाल रोहरा के घर के आसपास मारपीट के कुछ संदेही छिपे हुए हैं। पुलिस संदेहियों की तलाश में निकली। लेकिन बहुत चक्कर काटने के बाद भी किसी का पता नहीं चला।

                                  इस बीच पुलिस जवानों ने महसूस किया कि एक व्यक्ति लगातार फोन  से किसी को कार्रवाई की जानकारी दे रहा है। पुलिस ने मोबाइल छीनकर मोहन जैसवानी को भगा दिया। पुलिस के अनुसार मोहन जैसवानी का बेटा आरक्षक के साथ मारपीट की घटना में शामिल था। मोबाइल से लगातार पुलिस गतिविधियों की जानकारी अपने बेटे को दे रहा था। यही कारण है कि पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा।

अशोक विधानी थाना पहुंचे

                       IMG-20171027-WA0057                 पुलिस जवान जब वापस थाना लौटे तो अच्छी खासी संख्या में लोग अशोक विधानी के साथ तोरवा पुलिस स्टेशन पहुंच गए। अशोक विधानी समेत सभी ने पुलिस पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया। विधानी ने कहा कि हमारे सहयोगियों को चुनचुनकर निशाना बनाया जा रहा है। मारपीट की जा रही है। जीवन लाल रोहरा को जबरदस्ती पकडकर थाना लाया गया है। विधानी ने पुलिस इंस्पेक्टर परिवेश तिवारी पर रोहरा को छोड़ने के लिए दबाव बनाया। साथ ही लोगों ने थाने में जमकर हंगामा खड़ा किया।

महिला आरक्षक का मरोडा हाथ

                     IMG-20171027-WA0055 थाने में जब हंगामा के दौरान अशोक विधानी का साथी मोहन जैसवानी महिला आरक्षक को मोबाइल लौटाने को कहा। पुलिस ने मोबाइल लौटाने से इंकार कर दिया। महिला आरक्षक ने बताया कि काल डिटेल खंगालने के बाद मोबाइल को लौटाएंगे। इतना सुनते ही मोहन जैसवानी ने महिला आरक्षक का हाथ मरोड़ा और मोबाइल छीन लिया। कुछ पुलिस वालों ने मोबाइल छीनने और हाथ मरोड़ने का विरोध किया.। विरोध के बीच मोहन जैसवानी ने मोबाइल काल डिलीट कर दिया। बाद में मोबाइल भी लौटा दिया।

                  पुलिस की माने तो मोहन जैसवानी मोबाइल के जरिए मारपीट में संदेही बेटे को बचाने की कोशिश कर रहा था।  यही कारण है दो आरोपी पुलिस के सामने मोटरसायकल से फरार होने में कामयाब भी हो गए।

जो होगा देखा जाएगा

             IMG-20171027-WA0061     निगम सभापति अशोक विधानी ने थाना प्रभारी पर जीवन लाल को छोडने लगातार दबाव बनाया। परिवेश तिवारी ने जीवन लाल रोहरा को छोड़ने से इंकार किया तो विधानी आपे से बाहर हो गए। उन्होने जीवन लाल से कहा चल मेरे साथ जो होगा देखा जाएगा। मैं एसपी से बात करूंगा। कौन क्या करता है देख लूंंगा। लेकिन यकायक पत्रकारों को देखते ही तेवर नरम हो गए। विधानी ने मीडिया को बताया कि तोरवा थाना प्रभारी निर्दोषों को पकड़ रहे हैं। जीवन लाल रोहरा या अन्य हमारे आदमियों ने आरक्षक से मारपीट नही की है। पुलिस न्यायसंगत कार्रवाई करे। हम लोग एसपी से मिलकर मामले को सामने रखेंगे।

पुलिस ने संदेही को छोड़ा

                तोरवा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि मारपीट के आरोपियों की धरपकड़ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। जो भी चेहरा फुटेज में मारपीट करते या थाना घेराव में पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। जीवनलाल रोहरा भी भीड़ का हिस्सा है। पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जरूरत पड़ी तो फिर बुलाएंगे। फिलहाल छोड़ दिया गया है।

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