मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गोरखपुर (Gorakhpur) को विकास की सौगात दी. उन्होंने मंगलवार को 463.60 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे मंगलवार को वे गुरु पूर्णिमा के एक दिन पूर्व गोरखपुर के लोगों को परियोजनाओं की सौगात देने आए हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बाढ़ से बचाव के उपाय के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में विकास की सौगात मिल रही है. उन्होंने कहा कि यूपी में पांच साल में चहुंमुखी विकास के साथ एक भी दंगे नहीं हुए हैं. सड़क पर किसी भी तरह के धार्मिक आयोजनों की अनुमति नहीं दी गई. किसी को भी तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति नहीं दी गई. जिन्हें आयोजन करने थे, वे लोग भी अनुमति लेने के बाद ही आयोजन कर पाए. हमें कानून के दायरे में रहकर कार्य करने की जरूरत है.
एक करोड़ लोगों को जिन्होंने कभी भी ग्रीन ईंधन के रूप में एलपीजी सिलेंडर के दर्शन नहीं किए थे, उन्हें फ्री में कनेक्शन दिया गया. फ्री में कनेक्शन उपलब्ध होने के बाद अब सरकार ने यह भी तय किया है कि दीपावली और होली के अवसर पर उन्हें एलपीजी का सिलेंडर सरकार के द्वारा फ्री में उपलब्ध करवाने का कार्य भी कराया जाएगा. मेरी आप सब से अपील होगी कि आज गोरखपुर विकास की एक नई ऊंचाइयों को छू रहा है. गोरखपुर के जितने भी उपेक्षित फर्टिलाइजर कारखाना को चलाने का प्रारंभ हो चुका है. एम्स न केवल स्थापित हुआ है, बल्कि यहां पर अपनी उपचार की सुविधा गोरखपुरवासियों को उपलब्ध करा रहा है. गोरखपुर की सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य हो या विकास की छोटी बड़ी योजनाएं बाढ़ से बचाव, शिक्षा से जुड़ी हुई थी. इन सभी को आगे बढ़ाने का कार्य किया है.
कई योजनाओं का हुआ शिलान्यास और लोकार्पण
सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के गोरखपुर क्लब में विकास की 463.60 की विकास की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इसमें 298 करोड़ 81 लाख 72 हजार रुपए की 181 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और 164 करोड़ 77 लाख 95 हजार की 27 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसमें बाढ़ से बचाव, सड़क, बंधों के सुंदरीकरण के साथ विकास के अनेक कार्य सम्मिलित हैं. इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित किया और बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों द्वारा लगाए गए स्टाल का अवलोकन भी किया. उन्होंने दिव्यांगों को ट्राई साइकिल और हेलमेट भी वितरित किया.
क्या बोले सीएम योगी?
सीएम योगी ने कहा कि गरीबों को व्यवस्थित रूप से योजनाओं के साथ जोड़ करके उनके जीवन की मुख्य धारा में लाया जाए. इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कोई भी ईमानदार प्रयास इससे पहले नहीं हो पाया था और इसी का परिणाम था कि योजनाएं तो बनती थी, लेकिन जिस तबके के लिए ये योजनाएं बनती थी, उस योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं होती थी. 463.60 करोड़ लाख रुपए की लागत से जो परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं या जिन्हें पूरा होना है.
उन्होंने कहा कि कोरोना के काल में पीएम नरेन्द्र मोदी मार्गदर्शन और नेतृत्व दे रहे थे. मुझे उत्तर प्रदेश के अंदर सेवा का अवसर मिला. उत्तर प्रदेश के अंदर हम लोगों ने भी पूरी इमानदारी और पूरी प्रतिबद्धता के साथ जनता-जनार्दन के जीवन को बचाने का काम भी किया. उनकी जीविका को बचाने के लिए भी भरसक प्रयास किए जा चुके हैं. निशुल्क वैक्सीन और राशन की सुविधा दी और बाकी महीने में दो-दो बार उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है. जिसने फ्री में राशन के साथ दाल, तेल, नमक और अंत्योदय परिवार को चीनी उपलब्ध करवाने का कार्य करना है.