बिलासपुर। साल 2021 के मार्च महीने की पहली तारीख बिलासपुर के इतिहास में सुनहरे अक्षरों से दर्ज हो गई….. जब दोपहर के समय दिल्ली से उड़कर जबलपुर होते हुए एलाएंस इंडिया का हवाई जहाज चकरभाटा के बिलासा देवी केवट हवाई अड्डे पर उतरा। देश की राजधानी से बिलासपुर की दूरी को महज़ तीन घंटे तीस मिनट में तय कर नियमित हवाई सेवा से पहली बार चकरभाटा हवाई अड्डे की जमीन पर पांव रखने वाले पहले मुसाफिरों की अगवानी करने के लिए बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे। वहां जलसे – उत्साह का माहौल था। लोगों ने होली के पहले उमंग के माहौल में पहली उड़ान का त्यौहार मनाया। लोगों के दिल से यही निकल रहा था….. खुशी मिली इतनी कि दिल में ना समाए…।पहले से तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक दिल्ली –जबलपुर- बिलासपुर- प्रयागराज -दिल्ली फ्लाइट 1 मार्च को शुरू हो गई। टाइम टेबल के हिसाब से दोपहर के समय हवाई जहाज दिल्ली से जबलपुर होकर बिलासा देवी केंवट हवाई अड्डे में उतरा। उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन हवाई अड्डे पर ही किया गया था।दिल्ली से बिलासपुर के लिए रवाना हुई पहली फ्लाइट का स्वागत करने और बिलासपुर को मिली इस नई सौगात का उत्सव मनाने बड़ी तादात में लोग चकरभाठा हवाई अड्डे पर पहुंच गए थे।
हालांकि मार्च की 1 तारीख को ही दोपहर के समय सूरज की तेज चमक के साथ बेतहाशा गर्मी का एहसास सभी को हो रहा था । लेकिन लोगों के चेहरों पर खुशी की मुस्कान मौसम की इतनी तपिश के बावजूद महसूस की जा रही थी। लोगों के चेहरे पर यह खुशी लंबे संघर्ष के बाद दिख़ाई दी। जो मौसम की गर्माहट के साथ मिलकर संघर्ष और खुशी का मिलाजुला रूप प्रदर्शित कर रही थी। दोपहर के समय फ्लाइट लैंडिंग होते ही लोगों ने उत्साह के साथ उसका स्वागत किया। एलाएंस एयर के विमान का वाटर कैनन से स्वागत किया गया ।इस मौके पर पहुंचे जनप्रतिनिधियों ,नेताओं ,प्रशासनिक अफसरों ने एक दूसरे को खुशी के साथ बधाइयां दी। जिससे दिवाली और होली का संगम चकरभाटा हवाई अड्डे पर नजर आया।
इस मौक़े पर सीजीवाल संपादक भास्कर मिश्र से बिलासपुर के सांसद अरुण साव, जिला कलेक्टर सारांश मित्तर ,महापौर रामशरण यादव ,जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ,शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद नायक, शिक्षा जगत के अजय श्रीवास्तव ,हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति के सुदीप श्रीवास्तव – महेश दुबे, पूर्व विधायक अरुण तिवारी ने बात करते हुए अपनी खुशी का इजहार किया। उनका कहना था कि हवाई सेवा की मांग बिलासपुर की बहुत पुरानी मांग थी। जो आज जाकर पूरी हुई है। लोगों का यह भी कहना था कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने व्यक्तिगत दिलचस्पी लेकर बिलासपुर हवाई अड्डे का उन्नयन कराया। साथ ही केंद्र सरकार से पहल कर इस उड़ान सेवा की शुरुआत कराई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान योजना का भी जिक्र आया। जिसकी वजह से बिलासपुर को यह उड़ान मिल सका। 275 दिन से लगातार धरना दे रहे हवाई सेवा जन संघर्ष समिति के लोगों के प्रति सभी ने आभार माना। जिन्होंने चौतरफा दबाव बनाकर बिलासपुर की इस पुरानी मांग को पूरा कराने में जीत हासिल की। संघर्ष समिति का यह भी कहना है कि अब बिलासपुर अंतरदेशी हवाई नक्शे में शामिल हो गया है। लेकिन संघर्ष समिति की मुहिम तब तक किसी न किसी रूप में जारी रहेगी जब तक की सभी महानगरों से हवाई सेवा शुरू नहीं हो ज़ाती । हवाई अड्डे पर मौजूद लोगों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी । उन्होंने यह भी कहा कि यह हमारे संघर्ष का परिणाम है और आज ….. खुशी मिली इतनी कि दिल में ना समाए……।यह प्रतिक्रिया भी सुनने को मिली कि बिलासपुर – दिल्ली की पहली उड़ान से उनके भी अरमान उड़ गए हैं, – जो दावा करते हैं कि मैं ज़मीन से लेकर आसमान तक संघर्ष किया हूं, तब जाकर बिलासपुर एयरपोर्ट बना है। प्रशासन की ओर से भी जिला कलेक्टर सारांश मित्तर ने कहा कि यह महत्वपूर्ण टॉस्क था। चूंकी छत्तीसगढ़ शासन की प्राथमिकता में शामिल था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष प्रयासों से एक माह के अंदर ही यह पूरा हो सका। बिलासपुर संभाग और उत्तर छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी सौगात है। लोगों ने यह भी कहा कि इससे बिलासपुर की नई पहचान बनेगी और आने वाले समय में शिक्षा, चिकित्सा ,व्यापार ,व्यवसाय, राजनीतिक ,सामाजिक सभी दृष्टि से बिलासपुर के विकास में इस हवाई सेवा की मदद मिलती रहेगी।