लेंसकार्ट का शोरूम खुलवाने का झांसा, 14 लाख की ठगी

Shri Mi
3 Min Read

अंबिकापुर। सरगुजा पुलिस ने अंतरराज्यीय ठग गिरोह के दो सदस्यों को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने लेंसकार्ट शोरूम की फे्रंचाइजी दिलाने के नाम 13 लाख 81 हजार रुपयों की ठगी की थी, वहीं पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 लाख 52 हजार रुपए नगद और घटना में प्रयुक्त समान को जब्त किया है।दरअसल 26 अप्रैल को ब्रहमरोड़ निवासी प्रणय शेखर घोष के पास अज्ञात नंबर से फोन आया और लेंसकार्ट शोरूम खुलवाने की बात कहते हुए पीडि़त युवक को अपने झांसे में ले लिया। युवक से 13 लाख 81 हजार 800 सौ रुपए की ठगी कर ली गई। ठगी की एहसास होने पर पीडि़त युवक ने कोतवाली थाने पहुंच एफआईआर दर्ज कराया।

Join Our WhatsApp Group Join Now

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस और साइबर सेल की विशेष टीम बनाकर पतासाजी करना शुरू की और ठगी के दो आरोपियों को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार कर अंबिकापुर लाई है। इस प्रकरण के आरोपी आयुष राज ग्राम नोआवां जिला नालंदा बिहार व अमरजीत कुमार ग्राम भिखनी बिगहा  जिला नालंदा बिहार को टीम द्वारा हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया।

आरोपियों ने बताया कि मोबाईल पर कॉल कर लोगों के बैंक खाते से संबंधित जानकारी प्राप्त कर धोखाधड़ी करते हैं। आरोपी ठगी के कई मामले में जेल भी जा चुके हंै। आरोपियों के पास से 2 लाख 52 हजार रुपए नगद वहीं घटना में प्रयुक्त कम्प्यूटर सेट, लैपटॉप 15 मोबाईल, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, लेमिनेशन मशीन वेव कैमरा समान पुलिस ने जब्त किया है। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को ठगी के मामले में विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया है।

एसपी की अपील – किसी के बहकावे में न आएं

सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि आरोपी के गिरोह में 7 सदस्य हैं, जो एक-दूसरे को नहीं जानते। वे केवल व्हाट्सएप व फोन से कांटेक्ट में रहते हैं और ठगी की घटना को अंजाम देते हैं. साथ ही वह ठगी के पैसों की लेनदेन के लिए दूसरों के अकाउंट को किराए में लेते हैं और उन्हें अकाउंट यूज करने के बदले में कुछ परसेंट पैसे देते हैं।एसपी गुप्ता ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह के लुभावने बहकावे में न आएं. यदि किसी चीज की फ्रेंचाइजी चाहिए हो या ऑनलाइन कोई कार्य करते हैं तो उसकी पूरी तरह से जांच पड़ताल कर लें।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close