दुर्ग-जिले में आज से लगाए गए लॉकडाउन का असर सुबह से ही दिखना शुरू हो गया। सुबह से ही शहर के सारे महत्वपूर्ण बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा बना रहा। इसके साथ ही शहर के सारे महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर पुलिस की टीम मॉनिटरिंग करती रही। लाकडाउन की स्थिति की मानिटरिंग करने कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं एसपी प्रशांत ठाकुर भी पहुँचे। उन्होंने मैदानी अमले से स्थिति की जानकारी ली। साथ ही कहा कि जरूरतमंद लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। पुलिस एवं निगम की मोबाइल टीम ने चौबीस घंटे पूरे शहर भर में घूम-घूम कर यह देखा कि कहीं लॉकडाउन का उल्लंघन तो नहीं हो रहा लेकिन नागरिकगण स्वतः स्फूर्त कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने की दिशा में भागीदारी निभाने घर से नहीं निकल रहे हैं।
केवल मेडिकल इमरजेंसी, टेस्टिंग, वैक्सीनेशन के लिए ही लोग बाहर निकल रहे हैं। दवा दुकानों, चश्मा दुकान को छोड़कर अन्य सभी दुकाने बंद है। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने 4 दिन पूर्व लॉक डाउन लगाने का निर्णय लिया था ताकि लोग आवश्यक सामानों की खरीद कर लें। इसके अलावा कंट्रोल रूम में हेल्पलाइन नंबर दिए हैं एवं निगम की टीम चारों ओर स्थिति पर नजर रखी हुई है।
ई कामर्स को लेकर भी एक आदेश जारी किया है जिसके अनुसार जिले में लॉक डाउन की अवधि 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक निर्धारित की गई है। उक्त अवधि में कॉमर्स की सेवाओं पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। 6 अप्रैल को अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट दुर्ग ने यह आदेश जारी कर दिया है