रायपुर। कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव ने पत्रकारवार्ता में कहा कि पुलिस और सरकार का यह कृत्य निंदनीय और गैर जिम्मेदाराना है। जीरम का हमला सामान्य वारदात नही था। दुर्दांत नरसंहार था। निहत्थे मासूम और बेकसूर लोगो को घेर कर गोलियों से भून डाला गया था। इस हमले में प्रदेश की जनता ने अपने बड़े-बड़े नेताओं को खोया था इस हमले में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल कोई भी व्यक्ति दया और रियायत का पात्र कभी नही हो सकता। इस हमले में बर्बरता और क्रूरता की सीमा को पार कर दिया गया था। स्व दिनेश पटेल के चेहरे के ऊपर कुल्हाड़ी से वार किया गया। स्व महेंद्र कर्मा की हत्या के बाद उनके मृत शरीर के चारो ओर वहशियाना नृत्य किया गया।
स्व विद्याचरण शुक्ल जैसे 84 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति को भी नही छोड़ा गया। ऐसे हमले में शामिल अपराधी को उसके स्वीकारोक्ति के बाद भी दंड देने के बजाय ईनाम दिया जा रहा। उसकी शादी करवाई गयी पूरा पुलिस अमला ऐसे खुशिया मना रहा था मनो उनने कोई किला फतह कर लिया हो। उसको सरकारी नौकरी दे दी गयी। सरकार साबित क्या करना चाहती है? कोई सरकार इतनी गैर जिम्मेदार और संवेदनहीन कैसे हो सकती है? हम पूरी जिम्मेदारी और आक्रोश के साथ रमन सिंह और सरकार से पूछना चाहते है की क्या इन नक्सलियों को कांग्रेस नेताओ की हत्या करने के लिए पुरष्कृत किया गया है।