videoःजब पीड़ित ने कहा…IG मोर भगवान.. लीक से हटकर डांगी ने वही किया जैसा फरियादी ने चाहा..आरोपी ने मांगा माफी..लौटाया डेढ़ लाख

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—लीक से हटकर काम करने का नाम रतनलाल डांगी है। जी हां हम बात बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी की ही कर रहे हैं। मुलमुला थाना निवासी एक फरियादी आईजी के पास पहुंचा। और आप बीती सुनाया..गुहाराम घृतलहरे ने बताया कि बेटे को रेलवे में नौकरी लगाने के लिए डेढ़ लाख रूपए दिया..ना नौकरी लगी और ना ही रूपया मिला। आरोपी अब रूपये लौटाने से इंकार कर रहा है। वह नहीं चाहता कि रिपोर्ट दर्ज कराए। लेकिन पुलिस आरोपी से रूपये दिलवा दे तो बड़ी मेहरबानी होगी। फिर क्या..था.. पीड़ित ने जैसा चाहा ..वैसा ही हुआ। आरोपी ने पीड़ित को ना केवल रूपया लौटाया..बल्कि माफी भी मांगा..कान पकड़कर दुबारा इस प्रकार की गलती दुहराने से तौबा भी किया। रूपया मिलने के बाद आज पीड़ित आईजी से मिलकर अपनी खुशी को जाहिर किया। और कैमरा के सामने बोला..आईजी मोर भगवान…।
 
             बात थाना मुलमुला जिला जांजगीर चांपा की है। कंजी मुरली गांव, निवासी गुहाराम धृतलहरे ने  दोनो बेटों की रेलवे में नौकरी लगाने पामगढ़ निवासी परमेश्वर उर्फ गुड्डू लहरे को चार साल पहले एक लाख पचास हजार रूपया दिया था। लेकिन नौकरी नही लगी। और पैसा भी वापस नहीं हुआ। इस दौरान पीड़ित ने जिसे पैसा दिया था..उसके सामने बार बार नाक रगड़ा..लेकिन रूपए वापस नहीं हुए।
 
           थक हार कर पीड़ित गुहाराम ने स्थानीय थाना में शिकायत दर्ज कराया। लेकिन यहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। और अंतिम उम्मीद के साथ गुहाराम पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में फरियाद किया। आईजी रतनलाल डांगी ने गुहाराम से पूरे मामले को गंभीरता के साथ विस्तार से सुना और समझा। पीड़ित ने भी अपनी पी़ड़ा को पूरी शिद्दत के साथ पेश किया। पीड़ित ने यह भी कहा कि वह अपराध दर्ज नहीं करवाना चाहता है। केवल अपना पैसा चाहता है।
 
                  मामले को समझ आईजी रतनलाल डांगी ने हमेशा की तरह तत्परता दिखाते हुए लीक से हटकर काम किया। पुलिस अधीक्षक जांजगीर और थाना प्रभारी पामगढ़ को सम्बंध में कार्यवाही करने को कहा। वस्तुस्थिति को भी समझाया। 
 
                फिर क्या था…पामगढ़ पुलिस हरकत में आई..आरोपी परमेश्वर उर्फ़ गुड्डू लहरे को रायपुर से पकड़ कर आईजी के सामने पेश कर दिया। आईजी की डांट फटकार और समझाने के बाद आरोपी परमेश्वर ने ना केवल धोखाधड़ी किए जाने की बात को कबूल किया। बल्कि प्रार्थी गुहाराम से माफी मांगते हुए चार साल पहले लिए गए एक लाख पचास हजार रुपए पुलिस के सामने पामगढ़ थाना में लौटाया।
 
           अपने रूपयों के लिए चार साल से परेशान गुहाराम पुलिस महानिरीक्षक की सक्रियता के लिए आभार जाहिर किया है। गुहाराम ने बताया कि हम दुश्मनी नहीं चाहते है। हमारा रूपया मिल गया। इसके लिए आईजी के अहसान को कभी नहीं भूलुंगा।

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