Rajasthan/जयपुर। प्रदेश की राजधानी में आज युवाओं ने बेरोजगार एकीकृत संघ के अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में शहीद स्मारक पर धरना दिया. राजस्थान के युवा एक बार फिर अपनी विभिन्न मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए नजर आए. बता दें इस प्रदर्शन में अलग-अलग क्षेत्र और संगठन के युवा उपस्थित थे. इस धरने में हजारों की संख्या में युवक और युवती मौजूद रहे.
वहीं युवा जेईएन, सीईटी, मेडिकल, शिक्षक अलग-अलग मुद्दों पर बोलते हुए नजर आए. इस दौरान विरोध-प्रदर्शन में उपस्थित युवाओ ने पेपर लीक और भर्तियों पर अपना दुःख जाहिर किया. इसी बीच बेरोजगार एकीकृत संघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने पेपर लीक और भर्तियों को लेकर राजस्थान चौक से बातचीत की.
राजस्थान चौक से बातचीत के दौरान उपेन यादव ने कहा की, सरकार को लगातार हो रहे पेपर लीक के मामले में जल्द से जल्द कार्यवाही करनी चाहिए और कहा की एक लाख विज्ञप्तियों की भर्ती जल्द से जल्द निकाली जाए. उपेन यादव ने आगे कहा की जो भी पेपर लीक जैसे मामले में वांछित पाए गए और दोषी हैं, उन्हें जल्द जल्द गिरफ्तार किया जाए.
इसके अलावा उपेने यादव ने मांग की पर्यटन विभाग में चयनित युवाओं को उचित मानदेय भत्ता दिया जाए. इस दौरान उपेन यादव ने कहा कि सितम्बर में सभी युवा मिलकर निर्णय लेंगे कि हमे पेपर लीक मुक्त राजस्थान चाहिए और तमाम संस्थाओ की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. साथ ही फर्जी डिग्री और खेल प्रमाणपत्रों के खिलाफ सख्त कानून चाहिए. उपेन यादव ने कहा कि राजस्थान का युवा सीएम अशोक गहलोत से न्याय की मांग कर रहा है.
वहीं धरना दे रहे अलग-अलग संगठन के युवाओं ने राजस्थान चौक की टीम से अपना दर्द भी साझा किया. शारीरिक शिक्षा से सम्बन्धित युवक ने कहा की हमारी शिक्षा मंत्री बी.डी कल्ला, खेल मंत्री अशोक चांदना और मुख्यमंत्री गहलोत से अनुरोध है की सरकार जल्द से जल्द शारीरिक शिक्षा से सम्बन्धित एक साल से स्थगित पदों पर नियुक्तियां करवाएं.
इस दौरान राजस्थान चौक की टीम से एक छात्र ने कहा की सरकार 2015 से पैरामेडीकल का कोर्स करवा रही है और हर साल एडमिशन ले रही है, लेकिन सरकार विज्ञप्ति जारी नहीं करती है. हमारा सरकार से हाथ जोड़कर निवेदन है की सरकार आचार सहिंता से पहले कैडर बनाये और विज्ञप्ति जारी करें.
धरनास्थल पर मौजूद आईटीआई के छात्र चेतन ने अपना दुःख जाहिर करते हुए कहा की हम लोग 2018 से मांग कर रहे है लेकिन सरकार कुछ भी नहीं कर रही. 2019 के बजट में अशोक गहलोत ने 1500 CITS विज्ञप्ति की जारी की थी, लेकिन अब तक उन विज्ञप्तियों पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है. हमारी फाइल कभी सचिवालय कभी मुख्यमंत्री के पास जाती है लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं होती है. इसके बाद छात्र ने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री से अपील की है की अब तो गरीबों की सुन लो, अब तो भर्तियां निकाल दो.
इसके अलावा धरनास्थल पर मौजूद पर्यटन विभाग रणथम्भोर के गाइड अश्विन खान ने कहा की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा 6000 लोगों की भर्ती की गई थी जिसमें से 5000 स्थानीय और 1000 स्टेट की भर्तियां निकाली गई थी. लोगों को ट्रेनिंग दे दी गई, लाइसेंस दे दिया गया, लेकिन कोई भी मानदेय राशि नहीं दी गई. बताया कि पर्यटन विभाग के लिए 1000 करोड़ का बजट पेश किया गया है, लेकिन 6000 पर्यटन गाइडों को एक रुपए की राशि नहीं दी गई.
इस दौरान सबइंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के छात्र विकास ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की जब से सबइंस्पेक्टर भर्ती पेपर हुआ है तब से ही इसमें धांधली की बू आ रही है. उस परीक्षा में पास हुए एक ही जगह के लोगों की जांच की भी मांग की गई है.