जोन महाप्रबंधक ने बताया..कोविड काल में भी हमने बनाया रिकार्ड..सब सामुहिक प्रयास से हुआ संभव..रायपुर मण्डल का सतपुड़ा पुरस्कार सम्मान

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 65वॉ रेल सप्ताह दोपहर 3 बजे एन.ई.इंस्टीट्यूट ग्राउंड, परम्पराअनुसार पूरी गरिमा के साथ मनाया गया। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महाप्रबंधक, गौतम बनर्जी शामिल हुए। कार्यक्रम में सेक्रो अध्यक्षा इंदिरा बनर्जी भी शामिल हुई। कार्यक्रम में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सभी विभागों के अध्यक्ष, तीनो रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, यूनियन और एसोशिएशनो के पदाधिकारी  समेत अधिकारी कर्मचारी काफी संख्या में उपस्थित थे।
 
              कार्यक्रम में बताया गया कि भारत में पहली बार रेल का शुभारंभ 16 अप्रैल 1853 में मुम्बई से थाणे के मध्य शुरू हुई। ऐतिहासिक घटना की याद में रेल मंत्रालय समेत सभी क्षेत्रीय रेलवे, वर्कषॉप, यूनिटों और  मंडलों में प्रति वर्ष रेल सप्ताह मनाया जाता है। रेल सप्ताह समारोह में रेल अधिकारियों, कर्मचारियों को पिछले वित्तीय वर्ष मे किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया जाता है। 
 
            65वॉ रेल सप्ताह समारोह में सर्वप्रथम परम्परा अनुसार मुख्य अतिथि गौतम बनर्जी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया।  इस अवसर पर उप महाप्रबंधक (सा.) कन्हैया गोयल ने  सभी अतिथियों और आगंतुकों का स्वागत किया। रेलवे के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला।
 
                इस दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के वर्ष 2019-20 की उपलब्धियों पर बनाई गयी झलकियॉं प्रस्तुत की गयी। कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया।  ।
 
             महाप्रबंधक गौतम बनर्जी ने बताया कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे भारतीय रेलवे का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। जोन स्थापना के बाद रेल परिचालन के हर क्षेत्र में हर संभव उपलब्धियों को बिलासपुर ने हासिल किया है। पिछले वित्तीय वर्ष में जोन को 170 मिलीयन टन और  21 हजार करोड़ की ओरिजनेटिंग कमाई हुई। इस वर्ष भी कोरोना जैसी  ग्लोबल  महामारी के दौर में दिसंबर, 2020 तक 130 मिलीयन टन लोडिंग की गयी है। बावजूद इसके यह आंकड़ा भी  पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 5 प्रतिशत अधिक है ।
 
            बनर्जी ने बताया कि इस समय दुनिया एक अभूतपूर्व चुनौती का सामना कर रही है । कोरोना वायरस के विरुद्ध जारी लड़ाई में हमारा देश भी शामिल है ।कोविड महामारी की रोकथाम के लिए किए गए सम्पूर्ण लाक़डाउन के दौरान भी रेलवे ने देश के कोने – कोने में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति में अपनी भूमिका का निर्वहन किया है। साथ ही बिजली की अबाध आपूर्ति को बनाए रखने के लिए तापघरों को लगातार कोयला पहुंचाया है। इसके अलावा श्रमिक स्पेशशल ट्रेन के माध्यम से खान-पान की व्यवस्था को भी अंजाम दिया है । 
 
              इसके साथ आप सभी ने कोरोना काल की आपदा को भी अवसर के रूप में बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ी । कोरोना काल के दौरान हमने न सिर्फ अनाकोन्डा, सुपर अनाकोन्डा , शेषनाग , सुपर शेषनाग जैसी  लम्बी  मालगाड़ियों का परिचालन किया। बल्कि रिकार्ड मेन्टनेन्स, सुरक्षा समेत आधारभूत संरचनाओं के कार्यों में सफलता हासिल की है।
 
          इस वर्ष हमनें खरसिया – कोरीछापर नई रेल लाइन, केवटी – अंतागढ़ के बीच नई रेल लाइन, जबलपुर – गोंदिया, छिंदवाड़ा – नागपुर एवं नैनपुर – मंडला फोर्ट के बीच गेज परिवरत्न और चांपा – झारसुगुड़ा समेत पेंड्रारोड – निगौरा के बीच तीसरी रेल लाइन के कार्य को भी पूर्ण किया है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को वर्ष 2019-20 के लिए रेल मंत्रालय ने संकेत एवं दूरसंचार शील्ड एवं संरक्षा शील्ड से नवाजा है। यह सब उपबलब्धि सभी विभागों के रेलकर्मियों के सम्मिलित प्रयास से संभव हुआ है। 
 
               मुख्य अतिथि ने उत्कृष्ट कार्यो के लिए 10 अधिकारियों और 110 कर्मचारियों को पुरस्कृत किया। तीनों रेल मंडलों के विभिन्न विभागों के मध्य 47 उत्कृष्टता शील्ड का वितरण किया। महाप्रबंधक गौरतम बनर्जी ने रायपुर रेल मंडल को ओव्हर आल इफिसिएन्सी सतपुड़ा शील्ड से सम्मानित किया।
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