AAP ने कहा-संविदा नियमितीकरण के मामले में काँग्रेस का दोहरा चरित्र उजागर,अपनी आवाज उठा रहे स्वास्थ्य कर्मियों की बर्खास्तगी शर्मनाक

Chief Editor
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रायपुर।आम आदमी पार्टी के यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष तेजेन्द्र तोड़ेकर ने कहा कि पूरे प्रदेश में 13000 NHM संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी जायज माँग को लेकर हड़ताल कर रहे है. कोरोना महामारी के समय स्वास्थ्य कर्मियों का हड़ताल में जाना सही नही है. सरकार को जल्द इनकी माँगो को सुनकर अपने वादे के अनुसार नियमित करना चाहिए. ताकि स्वास्थ्य कर्मी जल्द काम पर वापस जा सके.पर प्रदेश सरकार संविदा कर्मियों के माँग पूरी करना छोड़ कर उन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी कर रही है वह बेहद शर्मनाक है.स्वास्थ्य कर्मी मुख्यतः दो मांग है पहला नियमितीकरण और दूसरा बीमा कवर संविदा कर्मियों की दोनों मांगे जायज है.तोड़ेकर ने बताया की उन्होंने कई संविदा स्वास्थ्य कर्मियों से बात की है. इनमें से कई लोग लगभग 15-20 सालों से संविदा की नॉकरी कर रहे और रेगुलर कर्मचारियों की अपेक्षा इनपर काम का दबाव ज्यादा रहता है.

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कईयों के पास तो अब उम्र सीमा नही बची है की वह रेगुलर पद पर अप्लाई कर सके.इस कॅरोना महामारी के समय भी हर तरह का काम इन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों से कराया जा रहा है.वो वही बिना किसी उचित बीमा कवर के स्वास्थय कर्मी बताते है.इनके सामने दोहरी समस्या है, एक तो उनके पास नॉकरो की सिक्योरिटी नहीं है, दूसरी और न ही कोई उचित पेंसन व्यवस्था अगर काम के दौरान उनकी मृत्यु हो जाती है. तब भी परिवार के लिए कोई ठीक ठाक बीमा कवर भी नही है, ऐसे में वे करे तो करे क्या प्रदेश कांग्रेस सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था की 10 दिन के भीतर अनियमित कर्मचारियों को नियमित किया जायेगा, पर ये लोग अपने वादों से मुकर रहे है. तोड़ेकर का कहना है की सरकार दोहरी नीति अपना रही है.

एक तरफ काँग्रेस गैर शासित राज्यों में संविदा नियुक्ति का विरोध करती है तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में  सरकार में रहने के बावजूद जो संविदा कर्मी नियमितीकरण की मांग कर रहे है. उनकी माँगो को सुनने के बजाय कर्मचारियों के बर्खास्तगी का आदेश जारी कर रही है, जबकि सरकार ने प्रदेश में 10 दिन के भीतर अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण का वादा किया था. स्वास्थ्य कर्मियों के सुरक्षा और बीमा कवर की माँग पर दिल्ली सरकार की जिक्र करते हुये तोड़ेकर ने कहा की सेवा के दौरान कर्मचारियों की मृत्यु होना दुःखद है. उनकी कमी को पूरा करना असंभव है, पर मृत्यु के उपरांत परिवार की सहायता के लिए आम आदमी पार्टी की दिल्ली की सरकार कॅरोना वारियर्स के परिवार की 1 करोड़ की सम्मान राशि दे रही है.छत्तीसगढ़ में भी सरकार को कॅरोना वारियर्स को 1 करोड़ का बीमा कवर देना चहिए ताकि परिवार सुरक्षित रहे ।

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