पकड़ा गया सुपारी किलिंग षड़यन्त्र का आरोपी..2 लाख रूपयों में किया था मौत का सौदा..चचेरी बहन एक महीने से काट रही जेल की हवा पानी

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

बिलासपुर—- सकरी पुलिस ने एक महीन से अधिक समय से फरारी काट रहे सुपारी किलिंग षड़यंत्र के मुख्या आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आरोपी की बहन पहले से ही न्यायिक रिमाण्ड में जेल की सजा काट रही है।मामला कुछ इस तरह है। सकरी थाना पहुंचकर घुरू निवासी विकास सूर्यवंशी ने बताया कि पल्लव भवन के सामने रहने वाली ज्योति घाकर उसे जान से मरवाना चाहती है। इसके लिए उसने दो लाख रूपयों का सौदा किया है।विकास ने पुलिस को बताया कि सुपारी किलिंग की जानकारी उसके परिचित शाकिर शेख ने दी। 28 मार्च 2021 को उसके घर आया। उसने बताया कि ज्योति धाकर ने उसका और उसकी मोटरसायकल का फोटो देकर जान से मारने को कहा है। इसके लिए वह दो लाख रूपये देने को तैयार है। शाकिर शेख ने आरोपी महिला का मोबाइल नम्बर भी दिखाया। उसने बताया कि ज्योति फोन कर बुलाया था।  बेहतर होगा कि मामले की जानकारी पुलिस को दे दे। 

Join Our WhatsApp Group Join Now

             विकास ने बताया कि परिवार से विचार विमर्श करने के बाद वह ज्योति धाकर के खिलाफ सुपारी किलिंग का अपराध दर्ज करवाना चाहता है। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस तत्काल सक्रिय हो गयी।

                        सकरी थानेदार ने आलाधिकारियों की अगुवाई में ज्योति धाकर को शाकिर से फोन कर मंगला चौक बुलाया गया। फोन पर शाकिर ने ज्योति से बताया कि मामले में बातचीत करना चाहता है। इसके बाद ज्योति अपनी स्कूटी से शाकिर से मिलने मंगला चौक पहुंची। इसी दौरान इधर उधर सिविल यूनिफार्म में तैनात पुलिस जवानों ने घेराबन्दी कर ज्योति को धर दबोचा।

                  पूछताछ के बाद ज्योति को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया। पुलिस पूछताछ में ज्योति ने बताया कि उसके चचेरे भाई गोपीचन्द सूर्यवंशी ने विकास सूर्यवंशी को मारने का प्लान बनाया। उसी कहने पर वह विकास को खत्म करने शाकिर से सम्पर्क की थी।

                     मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विकास की पता साजी शुरू की। ज्योति धाकर की गिरफ्तारी के बाद वह फरार चल रहा  था। इस दौरान वह लगातार स्थान भी बदल रहा था। लेकिन 27 मई गुरूवार को पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 115 और 34 का अपराध दर्ज किया गया। पूछताछ के बाद आरोपी को न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।

close