गांधी और शास्त्री को श्रद्धांजलि के बाद.. गिरीश देवांगन ने किया एतिहासिक विरोध का एलान..कहा..31 अक्टूबर तक करेंगे काला कानून का विरोध

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

बिलासपुर—-महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री को कांग्रेस नेताओं जयंती पर याद किया। साथ ही नेताओं ने दोनों महापुरूषों की जिन्दगी पर प्रकाश डाला। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष और खनिज विकास निगम अध्यक्ष गिरीष देवांगन विषेश रूप से उपस्थित थे।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                स्थानीय गांधी चौक पर प्रतिमा के सामने जिला कांग्रेस कमेटी शहर की अगुवाई में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन, अटल श्रीवास्तव, बैजनाथ चंद्राकर, संसदीय सचिव रश्मि सिंह नगर विधायक शैलेष पाण्डे, प्रदेश पिछड़ावर्ग अध्यक्ष राजू यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भूनेश्वर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, महापौर रामशरण यादव, सभापति शेख नजरूद्दीन, प्रदेश प्रवक्ता अभयनारायण राय की उपस्थिति में सभी कांग्रेसियों ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजली अर्पित की। 

               महात्मा गांधी को मल्यार्पण कर गिरीश देवांगन ने उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित किया। उन्होने् कहा हम सब गांधी के पार्टी के लोग है। गांधी की नीतियों पर चलते हुए ही हमें विकास और परिवर्तन की इबारत लिखनी है। इसी तरह जय जवान जय किसान के नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की सादगी, ईमानदारी और उनके नीतियों को भी आत्मसात करना है। देवांगन ने कहा कि केन्द्र ने किसान विरोधी तीन अध्यादेश संसद में बिना विपक्ष के अनुमोदन और बहस के पास किया गया। तीनों बिल किसान और मजदूर विरोधी है। हम सब प्रदेश मुखिया किसान नेता भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में बिल का विरोध करते है। 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर से चलने वाले किसान बिल विरोधी आंदोलन धरना सभा और हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत जिला कांग्रेस कमेटी शहर के साथ बिलासपुर के ऐतिहासिक गांधी चौक से करता हूं।

        सभी कांग्रेसियों से आह्वान करता हूं कि  आदोलन को गंभीरता से लेते हुआ  किसानों के साथ मजदूरों और  उपभोक्ताओं को जागरूक करें। बिल वापस लेने नारे के साथ अभियान को सफल बनाएं।

                  उपस्थित लोगों को विधायक शैलेष पाण्डेय, अटल श्रीवास्तव, रश्मि सिंह, प्रमोद नायक ने भी संबोधित किया।सभी लोग लालबहादुर शास्त्री मैदान पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को भी श्रद्धासुमन भेंट कर जीवन पर प्रकाश डाला।  

close