राज्यपाल ने पोट्रेट देखने के बाद कहा..महिलाओं के लिए सब कुछ संभव..महिला से चित्रकार पूछा..कैसे करती यह

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—निजी कार्यक्रम में शिरकत करने दो दिवसीय प्रवास पर पहुंची प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने आयोजित सामाजिक कार्यक्रम के उद्देश्यों की जमकर तारीफ की। इस दौरान राज्यपाल ने सभी से भेंट मुलाकात कर प्रतिभावनों को सम्मानित किया। कार्यक्रम के राज्यपाल अनुसुइया उइके ने माया मौर्य की प्रतिभा की जमकर तारीफ की। खासकर अपनी जीवन्त पोट्रेट को देखकर अभिभूत हो गयी। उन्होने महिला कलाकार की जमकर तारीफ की। साथ ही मंच पर बुलाकर सबके सामने सम्मानित किया। राज्यपाल ने कहा..यदि आप में जुनून है तो कोई काम दुश्वार नहीं। माया ने अपने घरेलु कार्यक्रम के बीच अपनी कला को निखाकर महिला जगत को नई दिशा देने का काम किया है।
 
                 निजी कार्यक्रम में दो दिवसीय प्रवास पर बिलासपुर पहुंची प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने महिलाओं समेत शहर के प्रतिभावानों को सम्मानित किया। सम्मामन कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने महिला चित्रकार माया मौर्य की प्रतिभा को सबके सामने  विशेष रूप से उल्लेखित किया। अनुसुइया उइके उस समय अंचभित हो गयी जब माया मौर्य ने मंच पर राज्यपाल की पोट्रेट को समर्पित किया। राज्यपाल ने कहा कि विश्वास नहीं होता कि घरेलु कार्यों की तमाम व्यवस्ताओं के बीच माया मौर्य ने वह काम किया जिसे लम्बी साधना के बाद बड़े बड़े कलाकार को हासिल होता है।
 
                  मंच पर बुलाकर राज्यपाल ने पोट्रेट बनाने वाली महिला माया मौर्य का स्वागत किया। उन्होने बातचीत कर जानना चाहा कि घरेलु कार्य के बीच कलाकारी के लिए कैसे समय निकालती है। राज्यपाल ने पोत्साहित करते हुए कहा कि प्रतिभा को लगातार निखारते रहे। मंच से अनुसुइया उइके ने दुहराया कि महिलाएं यदि ठान लें तो कोई काम असंभव नहीं है। तमाम जिम्मेदारियों के बीच असंभव को संभव बनाना महिलाओं की पहचान है।  माया मौर्य के साथ मंच पर पहुंची बेटी राव्या को राज्यपाल ने ना केवल प्यार किया। बल्कि मां के बताए रास्ते पर चलने को भी कहा। 
 
             कार्यक्रम समापन के बाद राज्यपाल अनुसुइया उइके ने माया  मौर्य से दुबारा मुलाकात कर पोट्रेट की तारीफ की। माया ने भी राज्यपाल के प्रति कृतज्ञता को जाहिर किया। राज्यपाल के सवाल का जवाब में माया ने बताया कि चित्रकारी की प्रेरणा माता पिता से मिली है। माता पिता को कभी कभी घर में चित्रकारी करते देखती थी। खासकर पिता को चित्रकारी करते देखने मन को सुकुन देता था। कब चित्र बनाने लगी..पता ही नहीं चला। शादी के बाद पेशे से पत्रकार पति उमेश मौर्य की प्रेरणा से चित्रकारी को गंभीरता से लेते हुए यूट्यूब को अपना गुरू बनाया।
 
              राज्यपाल से मुलाकात के बाद माया ने बताया कि यह उनकी  तीसरी चित्रकारी है। पहला चित्र अपने पिता  स्व.सुखलाल मौर्य और दूसरा पोट्रेट पति उमेश मौर्य बेटी राव्या का बनाया। तीसरा पोट्रेट राज्यपाल अनुसुइया उइके को समर्पित किया है। राज्यपाल ने पोट्रेट देखने के बाद खुशी जाहिर की है। 
 
               माया मौर्य ने बताया कि महामहिम को अपने हाथों से बनाई गई तस्वीर भेंट कर काफी गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।
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