Agni Panchak Start Date: हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में पंचक को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। कहा गया है कि पंचक में भी कुछ कार्य पूरी तरह से वर्जित होते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने में पांच दिन का पंचक होता है। इस बार पंचक नवंबर के अंतिम सप्ताह में लगेगा और दिसंबर के पहले सप्ताह में समाप्त होगा। ऐसे में पंचक शुरू होने से पहले कुछ जरूरी बातें जान लेनी चाहिए और पंचक के दौरान इनका ध्यान रखना चाहिए। अन्यथा कुछ पंचकों की उपेक्षा आजीवन पछतावे का कारण बन सकती है।
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अग्नि पंचक कब से हो रहा है शुरू?
हिंदू पंचांग के मुताबिक नवंबर 2022 में इस बार अग्नि पंचक लग रहा है। जब पंचक मंगलवार से शुरू होता है तो उसे अग्नि पंचक कहते हैं। इस बार पंचक मंगलवार 29 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर रविवार की रात को समाप्त होगा। इन 5 दिनों में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में अग्नि पंचक को अशुभ माना गया है। इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य न करें, अन्य बातों का भी ध्यान रखें, नहीं तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है।
अग्नि पंचक के दौरान ये काम न करें
- अग्नि पंचक को अग्नि की अधिक संभावना वाला माना जाता है। ऐसे समय में अग्नि का विशेष ध्यान रखें। विशेष रूप से इन पंचांग में किसी भी प्रकार की मशीन, हथियार, निर्माण संबंधी सामान न खरीदें।
- पंचक काल में लकड़ी, लकड़ी का सामान, ईंधन न खरीदें।
- खाट, बिस्तर खरीदना, छत लगवाना या घर का निर्माण शुरू करना अत्यंत अशुभ होगा।
- पंचक के 5वें दिन दक्षिण दिशा में यात्रा करने से बचें। दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है। पंचक में इस दिशा में यात्रा करना खतरनाक हो सकता है।
- अग्निपंचक में मंगल से संबंधित चीजों का प्रयोग सावधानी से करें। साथ ही गुस्से पर काबू रखें।
कब लगता है पंचक ?ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती पांच नक्षत्रों का योग बहुत ही अशुभ माना जाता है। हालांकि ज्योतिष शास्त्र में कुछ नक्षत्रों को बेहद अशुभ माना गया है, लेकिन उनमें कोई भी शुभ कार्य शुरू नहीं हो पाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा कुम्भ और मीन राशि में गोचर करता है तो उसे पंचक कहते हैं।