रविवार को छत्तीसगढ़ के ज्यादातार जिलों में जमकर बारिश हुई। सावन मास की शुरूआत के बाद ही प्रदेश के ज्यादातर जिलों में जमकर बारिश हो रही है।रविवार को राजधानी सहित अन्य जिलों में सुबह से लेकर शाम तक झड़ी लग रही। इसके अलावा बीच-बीच में जमकर बारिश भी हुई।जिलों में नदी-नाले उफान पर आ चुके हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग में भी जलभराव की स्थिति है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि गरज-चमक के समय सुरक्षित स्थान पर ही रहे। पेड़ों के नीचे ना रहे।रविवार को राजधानी के कई निचली बस्तियों में बारिश की वजह से जलभराव की स्थिति आ गई। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को भी प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश होगी।
साथ ही कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। प्रदेश में सबसे न्यूनतम तापमान दुर्ग शहर में 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।मौसम विज्ञानियों के मुताबिक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर ओड़िशा और उसके आसपास स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किमी. की ऊंचाई तक विस्तारित है।मानसून द्रोणिका उत्तर पूर्व अरब सागर- सौराष्ट्र तट, दिसा, रायसेन, अम्बिकापुर, निम्न दाब का केन्द्र, और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किमी ऊंचाई तक स्थित है।18 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छीटें पड़ने की सम्भावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी वर्षा होने की सम्भावना है।
राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के हिस्सों में रविवार को पूरे दिन बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक गहरा कन्वेटिव बादल रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कबीरधाम, बेमेतरा, मुंगेली, बिलासपुर जिलों में दिख रहा है जिसके कारण इन जिलों में तीव्र गति से वर्षा होने की प्रबल संभावना है। उड़ीसा से लगे महासमुंद, रायगढ़, गरियाबंद की ओर इसी तरह के बादल आ रहे हैं इसलिए अगले 4-6 घंटे में इन जिलों में वर्षा प्रारंभ होते हुए जांजगीर जिला, कोरबा के कुछ भाग बिलासपुर जिला, बेमेतरा जिला, रायपुर जिला, बिलासपुर जिला, दुर्ग जिला, राजनांदगांव जिला, कबीरधाम जिला, मुंगेली जिला, बिलासपुर जिला तथा इनसे लगे जिलों में अच्छी बारिश होने की प्रबल संभावना है। चूंकि लगातार बारिश का दौर जारी है, इसलिए जलभराव और छोटे नदी नाले उफान पर आ सकते हैं।