मुंगेली। आदिवासी कन्या छात्रावास में बॉयफ्रेंड को बुला कर अय्याशी करने का आरोप लगा है। आरोपो के बाद अधीक्षिका को छात्रावास से हटा कर जिला मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है। वही आईएएस अफसर के नेतृत्व में तीन अफसरों की कमेटी बना कर मामले की जांच करवाई गई है। मिली जानकारी के अनुसार मुंगेली जिले के प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास जरहागांव की अधीक्षिका पर यह आरोप लगा है। छात्रावास में रहने वाली छात्राओं का आरोप हैं कि अधीक्षिका देर रात अपने पुरुष मित्र को छात्रावास बुलाती हैं। इसके पहले भी छात्राओं ने दोनो को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा था। छात्राओं ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा था कि महिला अधीक्षिका का पुरुष मित्र भी उन पर गंदी नजर रखता है। छात्राओ के द्वारा खाने पीने में भी ढंग से सुविधाएं नही मिलने का आरोप लगाया। इसके साथ ही हॉस्टल के रसोइए ने भी अधीक्षिका पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर मारपीट करने का आरोप लगाया।
छात्राओ व रसोइए की शिकायत पर मामले की गम्भीरता को देखते हुए छात्रावास अधीक्षिका को 18 जुलाई को हुई शिकायत के बाद मुख्यालय में अटैच कर दिया गया। कलेक्टर राहुल देव ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए मुंगेली एसडीएम आईएएस अमित कुमार के नेतृत्व में सँयुक्त कलेक्टर नम्रता डोंगरे व सहायक आयुक्त ट्राइबल शिल्पा साय की तीन सदस्यीय कमेटी बना कर जांच करने के निर्देश दिए हैं। अब तक कि जांच में कई बिंदुओं के तहत जांच हुई हैं।
जिसमे पता चला हैं कि कोरोना के चलते दो साल तक हॉस्टल बंद रहा था। अभी 14 जुलाई को ही हॉस्टल खुला है। जिसके 4 दिनों बाद 18 जुलाई को ही शिकायत की गई है। हॉस्टल में इस वक्त 12 बच्चियां रहती हैं। जिसमे से 5 ही पुरानी हैं व 7 अभी की नई हैं। इसके अलावा सीसीटीवी के अवलोकन में भी एसा कोई संदिग्ध व्यक्ति हॉस्टल में आते जाते नही दिखा है। इन सब बातों के चलते किसी राजनीतिक या व्यक्तिगत विद्वेष के तहत शिकायत की भी चर्चा हो रही हैं।