रायपुर– मरवाही विधायक ने मर्राकोना विकासखण्ड सिमगा के किसान खोरबहरा यादव की मौत हो गयी है। खोरबहरा अभी अपने खाते से जमा बोनस की राशि को निकाल भी नहीं पाया था। कर्ज और सूखे की बीमारी ने उसे खटिया से नहीं बल्कि दुनिया से ही उठा लिया है।
विधायक अमित जोगी ने एक बार फिर सरकार पर तंज किया है। जोगी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि मुख्यमंत्री 2100 करोड़ की बोनस राशि बांटकर अपनी छवी चमकाने का प्रयास कर रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशासनिक अमले का राजनैतिक लाभ ले रहे हैं। सहकारी बैंको में नगद और स्टाफ की कमी के चलते बोनस राशि किसानों के खाते में अभी तक नहीं पहुंच रही है।
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अमित जोगी ने बताया है कि मर्राकोना गांव का किसान खोरबहरा यादव काफी दिनों से बीमार था। बीमारी में घर की जमा पूॅजी ईलाज में खर्च कर दिया। बोनस घोषणा के खाते में राशि के आने का इंतजार कर रहा था। 3700 रूपए बोनस निकालने बेटे को हस्ताक्षर वाली बैक स्लीप दिया।
जोगी के अनुसार संवेदनहीन बैंक कर्मचारी और तहसीलदार ने बीमार खोरबहरा को बिस्तर समेत बैक लाने का आदेश दिया। इसके बाद बीमार खोरबहरा की बैंक नही जाने और 3700 रूपए डूब जाने के भय से मौत हो गयी।
मरवाही विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री बोनस बांटने के नाम पर आत्मप्रचार में व्यस्त है। सरकारी खर्च पर बोनस तिहार में मुख्यमंत्री सभा में बटन दबाकर अपना वोट भाजपा को देने के लिए कह रहे हैं। सरकार की गिरती साख को बचाने के लिये आननफानन में बोनस की घोषणा से ना तो सरकार ने और ना ही अधिकारियों ने प्रकियागत समस्याओ पर ध्यान दिया। जिसके कारण प्रदेश के अनेक किसानों की तरह खोरबहरा यादव की मौत हो गयी।
अमित जोगी ने सरकर से मांग की है संवेदनहीनता के कारण मौत को गले लगाने वाले खोरबहरा यादव के परिवार को 1 करोड़ मुआवजा राशि दी जाए। खोरबहरा के घर में कोई भी कमाने वाला नहीं है।