बिलासपुर / गौरेला ।मरवाही विधानसभा उपचुनाव को लेकर बड़ी खबर आ रही है । जिसके मुताबिक छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी का नामांकन रद्द कर दिया गया है ।नामांकन पत्रों की छानबीन के दौरान शनिवार को भारी गहमागहमी और बहस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी का पर्चा रद्द किया गया ।उनका जाति प्रमाण पत्र निलंबित किए जाने की वजह से उनका पर्चा भी रद्द किया गया है ।जिसके लिए आपत्तियां लगाई गई थी ।इस खबर के बाद जोगी कांग्रेस में हड़कंप की स्थिति है ।जबकि कांग्रेश में खुशी का माहौल दिखाई दे रहा है ।
जैसा कि मालूम है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी 2019 के पिछले विधानसभा चुनाव में मरवाही सीट से विधायक चुने गए थे ।पिछले मई में उनके निधन के बाद यह सीट खाली हुई है ।जिसके लिए उपचुनाव कराए जा रहे हैं। 16 अक्टूबर को नामांकन का अंतिम दिन था ।आखरी तारीख तक 19 पर्चे भरे गए ।उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की छानबीन शनिवार को भारी गहमागहमी के माहौल में शुरू की गई। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल करने वाले अमित जोगी का नाम 11 वे नंबर पर आया ।उनके नामांकन पर कांग्रेस की ओर से कई लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई ।निर्वाचन अधिकारी को सूचना दी गई कि उच्च स्तरीय छानबीन करनी कमेटी ने 15 अक्टूबर को अमित जोगी के कंवर जाति का प्रमाण पत्र निलंबित कर दिया है ।इस आधार पर अनुसूचित जाति जनजाति के लिए रिजर्व मरवाही सीट से उनका नामांकन रद्द किया जाना चाहिए ।निर्वाचन अधिकारी ने लम्बी बहस के बाद उनका परिचय रद्द कर दिया।
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इस दौरान अमित जोगी ने भी जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने अपना पक्ष रखा ।बंद कमरे में उन्होंने काफी समय तक अपनी बातें रखी ।लेकिन जानकारी मिली है कि वे अनुसूचित जनजाति के रूप में अपना कोई प्रमाण पत्र पेश नहीं कर सके। इस आधार पर मरवाही विधानसभा उपचुनाव में उनका नामांकन रद्द कर दिया गया । दोपहर करीब 2:15 बजे इस संबंध में घोषणा की गई। इस मौके पर उर्मिला मार्को की ओर से पक्ष रखने के लिए अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव और कांग्रेस प्रत्याशी डॉ केके ध्रुव की ओर से पक्ष रखने के लिए अधिवक्ता संदीप दुबे उपस्थित रहे।
कल रातों रात उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति ने मेरा प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया।इसकी खबर मुझे छोड़ बाक़ी सबको थी! मैंने उसे पढ़ने के लिए समय माँगा, वो भी नहीं दिया!
— Amit Ajit Jogi (@amitjogi) October 17, 2020
कातिल ही मुनसिफ है,
क्या मेरे हक में फैसला देगा।। pic.twitter.com/jRpvDFFrWJ