बिलासपुर।मरवाही विधायक अमित जोगी ने आज मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को एक कड़ा पत्र लिख कर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के हितों को लगातार नज़रअंदाज़ किये जाने के अत्यंत महत्वपूर्ण विषय को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर उनसे तत्काल हस्तक्षेप की मांग करी है । जोगी ने लिखा है कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण आज प्रदेश का अन्नदाता आत्महत्या करने को विवश है। पत्र में मुंगेली में हाल ही एक किसान द्वारा की गयी आत्महत्या का जिक्र किया गया है।
अमित जोगी ने लिखा है कि राज्य सरकार की गलत नीतियों की वजह से आर्थिक बदहाली का शिकार हुए मुंगेली जिले के हमारे एक किसान भाई विजय अंचल ने आत्महत्या कर ली है।सरकार द्वारा कोई सहायता प्रदान नहीं किये जाने पर हताश होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। जिला प्रशासन ने इस पर लीपापोती करते हुए विजय अंचल को किसान मानने से ही मना कर दिया। जबकि हकीकत यह है किउनके दादा महेतरा अंचल के पास छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक द्वारा १० अक्टूबर २०११ को सेतगंगा (बिलासपुर) शाखा से जारी किया गया किसान क्रेडिट कार्ड और पासबुक है जो उन्हें किसान सिद्ध करता है। उनका संयुक्त परिवार है इसलिए इस दस्तावेज के आधार पर विजय अंचल भी किसान की श्रेणी में आएंगे।
अमित जोगी ने बताया कि विजय अंचल द्वारा आत्महत्या किये जाने की सूचना मिलने पर आज वे अंचल के गाँव विचारपुर के शुक्लाभाटा स्थित उनके निवास पहुंचकर उनके परिवार वालों से मिले। उनके परिवार की स्थिति देखकर अमित जोगी का ह्रदय भर आया। बहुत ही कठिन परिस्तिथियों में उनका परिवार जीवन यापन कर रहा है। अमित जोगी ने परिवार के साथ ली गयी कुछ तस्वीरें संलग्न करी हैं।
जोगी ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि यह सरकार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है कि एक ओर गाँव में अपने प्राण गँवा देने वाले एक गरीब किसान का पोस्टमॉर्टम और उनकी अंतिम यात्रा की तैयारियां चल रही थीं वहीँ यहाँ से १५ किलोमीटर दूर मुंगेली जिला मुख्यालय में प्रदेश के सहकारिता मंत्री और मुंगेली जिले के प्रभारी मंत्री दयालदास बघेल के आगमन पर उनका फूल मालाओं और आतिशबाजी से स्वागत किया जा रहा था। क्या राज्य सरकार और उसके अधिकारीयों – मंत्रियों में थोड़ी भी मानवता नहीं बची है? क्या शोक के माहौल में स्वयं का स्वागत करवा कर हमारे मंत्री हमारे किसान भाइयों का मज़ाक उड़ा रहे हैं? जोगी ने ऐसे मंत्रियों को तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग डॉ रमन सिंह से करी है।
अमित जोगी ने आगे लिखा है कि आज किसान आत्महत्या में हमारा प्रदेश तीसरे स्थान पर पहुँच गया है। मुख्यमंत्री की ही पार्टी की अन्य प्रदेशों की सरकारों के मुख्यमंत्रियों जैसे हरयाणा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश आदि ने किसान हित को सर्वोपरि मानते हुए उनकी कर्जमाफी का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह इन सभी मुख्यमंत्रियों से बहुत वरिष्ठ हैं। उनको प्रदेश में राज करते हुए 5000 दिनों से अधिक हो गए हैं।
ऐसे में हमारे अन्नदाता मुख्यमंत्री से यह अपेक्षा रखते हैं कि वे उनके हितों की रक्षा करेंगे। जिस जनता ने उनको तीन बार जनादेश दिया है वह उनसे यह उम्मीद करती है कि वे मोटी चमड़ी नहीं वरन बड़ा दिल दिखाते हुए किसानों की ऋण माफ़ी की घोषणा करें जिससे हमारे किसान भाई अत्यधिक आर्थिक दबाव से मुक्त हो सकें और सम्मानजनक जीवन जी सकें।
अमित ने आगे मुंगेली जिले से जुड़े एक अन्य महत्वपूर्ण विषय पर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया है। जोगी ने लिखा है कि पूर्ववती सरकार द्वारा मुंगेली विकासखंड के गाँवों तक पानी पहुंचाने के लिए आगर, हांफ और मनियारी नदियों पर परियोजनाएं प्रस्तावित करी गयी थीं जिनका सर्वेक्षण कार्य भी पूर्ण हो गया था। डॉ रमन सिंह के पिछले १४ वर्षों के कार्यकाल में इन परियोजनाओं को पूर्ण करने के लिए क्या कदम उठाये गए हैं इस पर भी सरकार श्वेतपत्र जारी करे क्योंकि यह सर्वविदित है कि मुंगेली का जलस्तर अब पहले की तुलना में आधे से भी कम रह गया है। अमित जोगी ने मुख्यमंत्री से इन विषयों पर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग करी है।