आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने..मानदेय कटौती पर जाहिर की नाराजगी..कहा..ड्यूटी नहीं लगाई जाए

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में लगातार ड्यूटी लगाए जाने और सुविधाओं को लेकर नाराजगी जाहिर किया है। संघ ने बताया कि कि  आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को कोरोना से जुड़ी किसी प्रकार की ट्रेनिंग नहीं दी गयी। ना ही सुरक्षा किट ही दिया गया है। ऐसे में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाना सही नहीं है।
 
            आंगनबाड़ी संघ के नेत्रियों ने बताया कि वर्तमान में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी कोविड  टीकाकरण में लगाई गई है। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से किसी प्रकार की कोई किट प्रदान नहीं की गई है।  ना ही किसी का बीमा ही कराया गया है
 
                               कार्यकर्ताओं ने बताया कि कोरोना काल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ की  सर्वे में ड्यूटी लगाई जाती है। लेकिन इंसेंटिव नही दिया जाता है। किसी भी विभाग से जुड़े काम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगा दी जाती है। जबकि ऐसा किया जाना उचित नहीं है। 
 
              हाल फिलहाल  छत्तीसगढ़ में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की कोरोना से लगातार मौत हो चुकी है। मौतक की लगातार मिल रही खबरों के बाद कार्यकर्ताओं में काफी दहशत है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि सभी कोरोना योद्धाओं को बीमा योजना के तहत कवर किया जा रहा है मगर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को योजना से दूर रखा गया है। इस प्रकार का सौतेला व्यवहार सरकार की तरफ से किया जाना उचित नहीं है।
 
6000 की जगह मिल रहा 4000 मानदेय
 
                      संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि आगनबाड़ी  कार्यकर्ताओं को केंद्र से 4000 औरराज्य सरकार से ₹2000 को मिलाकर कुल 6000 मानदेय  दिया जाता है। पिछले कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को महज 4000  रूपए ही दिए जा रहे हैं। जबकि राज्य सरकार ने 2000 रूपए मानदेय को रोक दिया है। सरकार का यह कदम ठीक नहीं है।
 
 
 
 
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