नाराज जनपद पंचायत उपाध्यक्ष ने किया बहिष्कार.लेकिन साथियों ने छोड़ा साथ..बैठक में गूंजा सचिव ट्रांसफर का मुद्दा..बिल्हा सीईओ को जारी हुआ कारण बताओ नोटिस

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—सीट व्न्यवस्था को लेकर नाराज बिल्हा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष विक्रम सिंह ने सामान्य सभा में जमकर हंगामा मचाया। जमीन पर बैठकर विक्रम सिंह ने बिल्हा विधायक जनप्रतिनिधि  के धरना प्रदर्शन किया। अपमानित किेए जाने के आरोप लगाकर सामान्य सभा का वहिष्कार भी किया। इस दौरान भाजपा के अन्य सदस्यों ने भी विक्रम सिंह का साथ दिया। लेकिन चन्द मिनट बाद ही सभी सदस्य मौके की नजाकत देखकर सामान्य सभा की बैठक में लौट भी आए। कांग्रेस समेत अन्य लोगों में इस बात को लेकर जमकर चर्चा है। 
 
                        बुधवार को जिला पंचायत बिलासपुर की बैठक करीब 1 बजे शुरू हुई। बैठक के शुरूआत में ही बेलतरा और बिल्हा विधायक प्रतिनिधि ने बैठक व्यवस्था को लेकर जमकर हंगामा किया। मामला इतना गंभीर हो गया कि विक्रम सिंह और बिल्हा विधायक प्रतिनिधि अशोक कौशिक जमीन पर ही बैठ गए। यद्यपि इस दौरान जिला पंचायत सीईओ जयश्री,जिला पंचायत  अध्यक्ष अरूण चौहान सभापति अंकित गौरहा, जितेंद्र पांडे राजेश्वर भार्गव, दोनो को समझाने का प्रयास किया। लेकिन विक्रम सिंह और अशोक कौशिक ने बैठक का ना केवल बहिष्कार किया। बल्कि अन्य भाजपा प्रतिनिधियों के साथ सामान्य सबा का बहिष्कार किया।
 
 
नहीं चला बहिष्कार का जादू
 
            कमोबेश सामान्य सभा की सभी बैठकों में जिला पंचायत बिलासपुर की निगरानी में निर्वाचित सदस्यों, अधिकारियों, कर्मचारियों  के अन्य लोगों के लिए बैठक की व्यवस्था होती है। इस दौरान जनप्रतिनिधि और अधिकारी सवाल जवाब कर जनता की समस्याओं पर चर्चा करते हैं।
 
 
                       इसी दौरान बिल्हा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष विक्रम सिंह विधायक की कुर्सी पर बैठ गए। जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने आपत्ति जाहिर किया। जनपद उपाध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर करते हुए सम्मान नहीं मिलने और आवाज को दबाए जाने का आरोप लगाया।  विक्रम सिंह समेत भाजपा समर्थित सदस्यों ने करीब 45 मिनट तक जमकर हंगामा किया। और फिर सभी भाजपा समर्थित सदस्य विक्रम की अगुवाई में सामान्य सभा का बहिष्कार कर बाहर आ गए। विक्रम सिंह का साथ मस्तूरी विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी ने भी दिया।
 
                                  सभापति अंकित गौरहा समेत कई सदस्यों ने भाजपा समर्थित सदस्यों के आचरण को गैर संवैधानिक बताया। अंकित,शुभम और जितेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि हम जनता की बातों को सामान्य सभा में पेश करते हैं। इसके बाद समस्याओं को दूर करने विचार विमर्श करते है। लेकिन सामान्य सभा का बहिष्कार नहीं करते।
 
                         बिल्हा जनपद उपाध्यक्ष को यदि जनता की चिन्ता होती तो वह किसी भी जगह पर बैठकर बेलतरा विधायक और जनता की बातों को रख सकते थे। लेकिन उन्होने सिर्फ हंगामा का मन बनाकर सामान्य सभा को निरस्त कराने का मन बनााय था। अंकित गौरहा ने कहा  कि जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण चौहान ने हंगामा के दौरान 10 मिनट के ब्रेक दिया। इस दौरान उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विक्रम सिंह की बैठक व्यवस्था उचित स्थान पर किया जाए। बावजूद इसके बिल्हा जनपद उपाध्यक्ष ने नियम और निर्देशों को ताक पर रखकर संवैधानिक प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने का काम किया है। यह जानते हुए भी कि वह खुद बी जनपद पंचायत के जिम्मेदार सदस्य और पधाधिकारी भी है।
 
                                गौरहा ने बताया कि जनपद उपाध्यक्ष ने यद्यपि सामान्य सभा की बैठक निरस्त कराने भरपूर प्रयास किया। लेकिन रणनीति कामयाब नहीं हुई। बहिष्कार के दौरान भाजपा समर्थित प्रतिनिधियों ने भी साथ दिया। लेकिन जनता के प्रति  जिम्मेदारी और भूल का अहसास होते ही सभी भाजपा समर्थित सदस्य 10 मिनट बाद ही बहिष्कार खत्म कर सामान्य सभा में भाग लेने पहुंच गए।
 
                                               अंकित ने कहा कि जनता के हितों पर राजनीत ठीक बात नहीं है। जिला पंचायत जिले का सभी बड़ा फोरम होता है। यहां जनता की परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जाता है। बहरहाल बिल्हा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष को समझ में आ गया होगा कि बहिष्कार करने वाले लोग जनहित की शर्त पर उनके साथ नहीं है। यही कारण है कि विक्रम सिंह अलग थलग पड़ गए।
 
एजेन्डो विभिन्न जन हितेषी मांगों को सदन में रखा
 
       जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने लोक निर्माण विभाग और शिक्षा विभाग से संबंधित समस्याओं को रखा। जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा उर्तूम से लगरा सड़क,पौंसरा उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की समस्या दूर किए जाने की बात कही। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को सामान्य सभा में रखा गया।
 
सचिवों के ट्रांसफर मामले में सीईओ वर्मा को नोटिस
 
           बैठक में सचिवों के स्थानांतरण का भी मुद्दा गूंजा। बिल्हा जनपद पंचायत में लगातार हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार पर प्रतिनिधियों ने मंथन किया। बिल्हा जनपद पंचायत सीईओ बीआर वर्मा और पंचायत इंस्पेक्टर जहर सिंह क्षत्रिय के बीच लेन देन के मुद्दा को लेकर सभी सदस्यों के बीच चर्चा हुई। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयश्री जैन ने बिल्हा जनपद पंचायत सीईओ  को  नोटिस जारी कर जवाब मांगा हैं।
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