स्तन में किसी भी प्रकार का असामान्य परिवर्तन घातक..ब्रेस्ट कैंसर विशेषज्ञों ने बताया…दिनचर्या सुधारें..चिकित्सकों से परामर्श करें

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—अपोलो अस्पताल में ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आयोजन गुजराती महिला मंडल और अपोलो के संयुक्त प्रयाससे किया गया। इस दौरान कैंसर विशेषज्ञों ने बताया कि लाइफस्टाइल में परिवर्तन से महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। ऐसी सूरत में हमें अपनी दिनचर्या के साथ ही कैंसर की संभावनाओं के मद्देजर सजग रहने की जरूरत है। इसके लिए एक निश्चित उम्र के बाद डॉक्टरों से बराबर सलाह मशविरा करते रहना चाहिए।

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     अपोलो में आयोजित ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में गणमान्य महिलाओं  ने शिरक तिकाय़ महिलाओं को गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करने के टिप्स दिए। साथ ही सुरक्षा के उपाय भी बताए गए। इसके पहले महिला मंडल अध्यक्ष रेनू जानी नेकार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ ऐश्वर्या राय कैंसर विशेषज्ञ अपोलो हॉस्पिटल और डॉ ऋचा अग्रवाल स्त्री रोग विशेषज्ञ का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। डॉ ऐश्वर्या राज में सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन वर्कशॉप को दिशा निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि अब 20 से 30 वर्ष की महिलाओं में भी ब्रेस्ट कैंसर की समस्याएं बढ़ गयी है। एक रिपोर्ट के अनुसार कैंसर के लेटेस्ट ट्रेंड और डाटा के अनुसा्र साल 2025 में कैंसर के मामले साल 2020 की तुलना में 13.9 लाख से 15.7 लाख तक पहुंच जाएंगे। 

 डॉ. ऐश्वर्या ने इस दौरान उपस्थित सभी महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों के बारे में बताया। जांच औप उपचार को लेकर  महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि लक्षण की जानकारी नही होने के कारण कैंसर पीड़ित महिलाएं जब अस्पताल पहुंचती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। ब्रेस्ट शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। दूध की अंख्य कैपीलरी निप्पल से जुड़े होते हैं । ब तन की कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं। और वाहिनियों में छोटे सख्त कण जमने लगते हैं। स्तन में छोटी-छोटी गांठ बनने लगती है। यही गांठे कैंसर के रूप में विकसित हो जाती हैं।

 डॉक्टर ऐश्वर्या ने स्तन कैंसर की 3 खास लक्षणों के बारे में बताया। उन्होने कहा कि ब्रेस्ट में छोटी लंप दिखाई देना, त्वचा के रंग में परिवर्तन आना और जलन के साथ लालिमा होना या त्वचा का सख्त होना कैंसर का पहला लक्षण हो सकता है। ब्रेस्ट में किसी तरह की सूजन दिखाई देने पर किसी भी प्रकार लापरवाही नी करते हुए तत्काल अस्पताल पहुंचे।

डॉ ऋचा अग्रवाल ने इस दौरान ब्रेस्ट कैंसर को लेकर महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि ब्रेस्टफीडिंग अवश्य कराएं। गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन ना करें । मोटापे को कंट्रोल करें। धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें। सबसे महत्वपूर्ण अपने जीवन शैली को सही रखें । डॉ. ऋचा ने महिलाओं को मैमोग्राम जांच करने की बात कही। उन्होने दुहराया कि स्तन में किसी भी अनुचित लक्षण के दिखने पर चिकित्सक से तुरंत परामर्श करें।

 डॉक्टर ऐश्वर्या ने बताया कि स्तन कैंसर के इलाज की आजकल एडवांस मशीनें आ गयी हैं। इसा कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। यदि किसी मरीज में साइड इफेक्ट होता भी है तो यह जल्दी ठीक हो जाता है । ऐसे मरीज जिनकी कीमोथेरेपी से बाल झड़ जाते हैं उनके भी बाल कुछ समय बाद वापस आने लगते हैं। इस दौरान गुजराती महिला मंडल की अध्यक्ष रेणुका जानी ने समाज की महिलाओं को गंभीर बीमारी से जागरूक होने को कहा। साथ ही अन्य महिलाओं को भी जागरूक करने का निवेदन किया। इस दौरान उपस्थित महिलाओं ने ब्रेस्ट कैंसर विशेषज्ञों से सवाल जवाब भी किया। मंच संचालन समाज की सचिव सचदेव ने किया। उपस्थित सभी महिलाओं ने निशुल्क ब्लड शुगर जांच भी कराया।

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