CG:कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन का मांगपत्र 2 सूत्रीय से 4 सूत्रीय हुआ,क्या अनियमित कर्मचारियों व रसोइया के लिए है 5 दिन का आंदोलन

Shri Mi
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बिलासपुर।फेडरेशन घोषित हड़ताल के अंतिम दिन 29 जुलाई को जो ज्ञापन कर्मचारी – अधिकारी फेडरेशन द्वारा सौपा जाना है उसमें 2 सूत्रीय मांग DA व HRA के अलावा अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण व रसोइया संघ के मांग को शामिल करने कमल वर्मा ने सभी जिला संयोजक को पत्र लिखा है, बड़ी विडंबना है कि शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारी का हड़ताल बीच मे 26 जुलाई को मुद्दे से अलग विषय पर निर्देश जारी होता है, शायद फेडरेशन ने मान लिया था कि महंगाई भत्ता दूर की कौड़ी है, 26 को फेडरेशन ने मांग बदल दिया और 27 जुलाई को मुख्यमंत्री ने यथासमय विचार का बयान दे दिया।

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अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ ने कहा कि यह फेडरेशन का मांग पत्र है, प्रदेश के 5 लाख कर्मचारी व अधिकारी को केवल यही बताया गया गया कि 25 से 29 जुलाई तक मात्र 2 सूत्रीय डी ए व एच आर ए के लिए हड़ताल है, किन्तु अब डी ए व एच आर ए की मांग फेडरेशन की प्राथमिकता में नही बल्कि अनियमित कर्मचारी व रसोइया के लिए ही अब यह हड़ताल समर्पित है, यह आंदोलन भटक गया है, कर्मचारियो व अधिकारियों के साथ ही फेडरेशन ने अन्य मांग रखकर अन्याय कर दिया है, डी ए व एच आर ए की मांग को फेडरेशन ने स्वयं ही शून्य कर दिया है, केवल 2 मांग के लिए ही कर्मचारियो व अधिकारियों को इस हड़ताल में लाया गया था किंतु कर्मचारियो के कठिन व दृढ़ संकल्प के इस हड़ताल का परिणाम फेडरेशन ने शून्य कर धोखा दिया है, हमारे अनिश्चितकालीन हड़ताल को भी इस मांग के जोड़ने के बाद धक्का लगा है।

फेडरेशन से अब ईमानदारी से महंगाई भत्ता का संघर्ष नही होगा क्योकि यह हड़ताल अब अनियमित कर्मचारी व रसोइया की मांग पर बदल दिया गया है। हड़ताल के अंतिम दिन ही अन्य मुद्दे पर मांग कर फेडरेशन ने 5 लाख कर्मचारी व अधिकारी के संघर्ष को मजाक बनाते हुए जाया कर दिया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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