82 लाख की ठगी के आरोपी गिरफ्तार..छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी सफलता..NCR से देते थे मंसूबों को अंजाम.तीनों अभिरक्षा में भेजे गए तीनो आरोपी

BHASKAR MISHRA
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रायपुर—-राज्य साइबर पुलिस थाना की त्वरित कार्रवाई से दिल्ली एनसीआर स्थित नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने रायगढ़ स्थित जिंदल कंपनी में काम करने वाले अनु कुमार प्रसाद को आरोपियों ने खुद को साईन डॉट कॉम कंपनी एवं एनआर कंसलटेंसी का प्रतिनिधि बताया । आबूधाबी’ स्थित यमनलार कंपनी में जीएम के पद पर नौकरी दिलाने का विश्वास दिलाया था।
 
               छत्तीसगढ़ पुलिस ने नौकरी लगाने का झांसा देने वाले आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अनु कुमार प्रसाद को अबूधाबी स्थित एक कम्पनी में जीएम पद पर नियुक्त करने का झांसा दिया था। रजिस्ट्रेशन, इंटरव्यूह, पुलिस वैरिफिकेशन, एक्सचेंज प्लानिंग, सिक्यूरिटी मनी, वीजा टिकट प्रोसेसिंग, इमीग्रेशन आदि के नाम पर 2014 से 2020 तक लगातार 2020 आर्थिक शोषण किया। इन सालों में  कुल 81 लाख छप्पन हजार 925 रूपये की धोखाधड़ी की ।
 
               प्रार्थी को जब अहसास हुआ कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गया है। उसने विशेष पुलिस महानिदेशक के सामने पेश होकर ठगी का शिकार होना बताया। डीजीपी ने शिकायत को  तत्काल संज्ञान में लेते हुए प्रार्थी के लिखित आवेदन पर राज्य साइबर पुलिस थाना, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, अटल नगर (छ.ग.)में अपराध पंजीबद्ध करवाया।
 
                विशेष पुलिस महानिदेशक श्री आर.के.विज के मार्गदर्शन में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्तव में पुलिस टीम ने साइबर एनालिसिस और साक्ष्यों के आधार पर  अपराध नोएडा और दिल्ली से होना पाया। और सभी को गिरफ्तार किया गया।
                
           पुछताछ करने पर अपराधियों ने अपराध करना स्वीकार किया। आरोपियों ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर और कंसलटेंसी कंपनी बनाकर देश भर में फर्जीवाड़ा करना बताया। राज्यों से आने वाले लोगो को ठगी की राशि का 20 से 25 प्रतिशत देकर बैंक अकाउंट को किराये से लिये जाने की बात कही।
 
              पुलिस के अनुसार आरोपियों के खाते में जमा ठगी की राशि लगभग  7 लाख रूपये बैंकों में  फ्रीज करवाया गया। आरोपी नितिन रावत पिता नरेश रावत उम्र 29 वर्ष, अभिषेक गुप्ता पिता उदय नारायण गुप्ता उम्र 24 वर्ष, विद्यापति मिश्रा पिता ज्ञान प्रकाश मिश्रा उम्र 38 वर्ष को विधिवत् गिरफ्तार किया। सभी को न्यायालय उत्तरप्रदेश के सामने पेश कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर छत्तीसगढ़ लाया गया। न्यायालय के सामने पेश कर आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिला कराया गया।पुलिस के अनुसार आरोपियों द्वारा संचालित कंपनी के खिलाफ केरल और ओड़िसा में  2014 से अपराध दर्ज है। लेकिन राज्य साइबर पुलिस थाना, पुलिस मुख्यालय,को आरोपियों की गिरफ्तारी में सर्वप्रथम सफलता मिली।
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