बिलासपुर—–डीएलएड के छात्रों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आनलाइन परीक्षा लिए जाने की मांग की है। छात्रा ने जिला प्रशासन को लिखित मांग पत्र पेश कर अचालन आफ लाइन परीक्षा के एलान को गलत बताया है। छात्रों ने बताया कि जैसी शिक्षा हुई है..हम उसी के अनुसार परीक्षा देंगे। यदि मांग को गभीरता से नहीं लिया जाता है तो उग्र आंदोलन भी करेंगे।
डीएलएड के छात्राध्यापकों ने आज जिला प्रशासन को सचिव के नाम अपनी समस्या को अवगत कराते हुए आनलाइन परीक्षा लिए जाने की मांग की है। छात्रों ने बताया कि पिछले साल दिसम्बर में परीक्षा का आयोजन किया गया। हम लोगों को प्रवेश फरवरी में दिया गया। अचानक एससीईआरटी ने आफलाइन परीक्षा लिए जाने का एलान किया है। इस बात को लेकर सभी विद्यार्थी सहमत नहीं है।
छात्राध्यापकों ने बताया कि ज्यादातर छात्राध्यापक बाहर से ताल्लुक रखते हैं। दूसरे राज्य से आकर यहां परीक्षा देने फिलहाल समय में तर्कसंगत नहीं है। कोरोना के चलते यातायात पर प्रभाव पड़ा है। जाहिर सी बात है कि परीक्षा हाल में समय पर पहुंचना संभव नहीं है। वर्तमान समय में बाहर जाकर परीक्षा दिए जाने की बात पर अभिभावक भी परेशान है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि परीक्षा हाल या आने जाने में कोई भी विद्यार्थी कोरोना संक्रमित हो सकता है।
विद्यार्थियों ने बताया कि कोरोना काल में सबसे बड़ी समस्या बाहर से आने वाले छात्रों को है। किराया का मकान मिलना मुश्किल है। यदि मिल भी जाता है तो औसत दर्जे का जीवन यापन करने वाले परिवार में इतनी शक्ति नहीं है कि किराए में भारी भरकम राशि का भुगतान कर सकें। छात्रों ने कहा कि अन्य कक्षाएं आनलाइन संचालित होने के साथ ही परीक्षा भी आनलाइन हो रही है। फिर डीएलएड की परीक्षाओं का आफलाइन परीक्षा लेना उचित नहीं होगा।
छात्रों ने कहा कि हमारी मांग है कि जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा लिया जाए। क्योंकि ना तो हमारा कोर्स ही पूरा हुआ है। ना ही शाला अनुभव का ही काम पुरा हुआ है। यदि हमारी बातों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो हम उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे।