Rajasthan- राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में एंट्री से पहले कांग्रेस आलाकमान ने सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट को साथ लाकर कांग्रेस में एकजुटता दिखाने की कोशिश की थी। इस दौरान दोनों के बीच हुए समझौते को ‘सीजफायर’ कहा गया था, लेकिन ये सीजफायर अब एक बार फिर टूट गया है। पिछले तीन दिन से सचिन पायलट सीएम अशोक गहलोत और सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। पेपर लीक मामले में शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर पायलट ने गहलोत पर हमला बोला था। इसके बाद गहलोत ने उनके हमले का जवाब दिया, लेकिन पायलट लगातार गहलोत पर निशाना साध रहे हैं।
गहलोत ने कर्मचारियों से कहा कि कोरोना और कई अन्य चीजों के कारण हमारा काफी समय खराब हो गया है, लेकिन अब मैं मिलने लगा हूं। हर सोमवार को मिलता हूं, अगर कभी नहीं मिल पाया तो मिलने के समय भी दूंगा।
पायलट लगातार बोल रहे गहलोत पर हमला
बातदें कि पिछले तीन दिन से सचिन पायलट अशोक गहलोत पर लगातार हमले बोल रहे हैं। पेपर लीक मामले को लेकर वे सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं।
पायलट ने सोमवार को नागौर के परबतसर में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा- था कि जब परीक्षाओं का पर्चा लीक होता है, परीक्षा रद्द होती हैं, तो मन में एक पीड़ा होती है। क्योंकि हमारे किसान भाइयों के बच्चे, नौजवान सालों इंतजार करते हैं। नौजवानों में विश्वास पैदा करने के लिए सरकार को छोटे-मोटे लोगों को छोड़कर बड़े जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।सीएम गहलोत के मंत्री और अफसरों को क्लीन चिट देने पर पायलट ने बुधवार को फिर हमला बोला। पायलट ने कहा कि कहा जा रहा है कोई अफसर जिम्मेदार नहीं है, लेकिन पेपर तिजोरी में बंद होता है, बंद पेपर बाहर बच्चों तक कैसे पहुंच गया, यह तो जादूगरी हो गई। ऐसा सम्भव ही नहीं है कि कोई अफसर जिम्मेदार नहीं है।