इंजीनियरिंग कॉलेज में अटल एफ डी पी : नई शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने विशेषज्ञों ने किया मार्गदर्शन

Chief Editor
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बिलासपुर । शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय कोनी बिलासपुर में पांचदिवसीय अटल फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफ. डी. पी.) शुक्रवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। नयी शिक्षा नीति (एन. ई. पी.) 2020″ विषय पर होने वाले इस एफ.डी. पी. का आयोजन संस्था के विघुत इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अखिल भारतीय तकनिकी शिक्षा परिषद् (ए.आई. सी. टी. ई.) नई दिल्ली के प्रवर्तन एवं दिशा निर्देशों के अंतर्गत आयोजित किया गया। इस अटल एफ. डी. पी. में देश के 20 विभिन्न राज्यों के कुल 184 प्रतिभागियो ने भाग लिया । जिनमे अकादमिक के साथ- साथ उद्योग जगत के लोग शामिल हैं। 

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इस पांचदिवसीय ऑनलाइन  एफ. डी. पी. में देश के प्रसिद्ध संस्थानों के विशेषज्ञ उपस्थित रहे । जिन्होंने नयी शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं पर संक्षेप में  चर्चा के साथ- साथ इस नीति को संस्थानों में प्रभावी रूप से लागू करने के सम्बन्ध में बहुमूल्य मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में प्रो. एस. के. सारंगी, पूर्व निर्देशक एन.आई. टी राउरकेला,प्रो. भीमराय मैत्री, निर्देशक आई. आई. एम. नागपुर, प्रो. ए. पी. मित्तल, निर्देशक, एन. एस. यू. टी. नई दिल्ली, डॉ मनीष ओकड़े, सहायक प्राध्यापक एन. आई. टी. राउरकेला, प्रो. रवि प्रकाश तिवारी, प्राध्यापक एम. एन. आई. टी. अलाहाबाद, प्रो. संगीता साहने, प्राध्यापक आई.आई. टी. खड़गपुर एवं श्री अनिरुद्ध, डेलॉइट हैदराबाद, ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के अंतिम चरण में व्याख्यान हेतु प्रो पीयूष वर्मा, प्राध्यापक (सेवानिवृत्त ), एन. आई. टी. टी. टी. आर. भोपाल एवं डॉ एस श्रीनिवासन, सहायक प्राध्यापक, आई.आई. टी. खड़गपुर उपस्थित रहे । जिन्होंने नयी शिक्षा नीति को परिणाम आधारित शिक्षा (ओ. बी. ई.) के परिपेक्ष में लागू किये जाने एवं सम्बंधित चुनौतियों तथा इसके निवारण के बारे में श्रोताओ को महत्वपूर्ण जानकारियां दी। 

कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में धनंजय देवांगन (आई. ए. एस. ) सचिव, तकनीकी शिक्षा छत्तीसगढ़ शासन, एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में अवनीश शरण (आई. ए. एस. ), निर्देशक तकनीकी शिक्षा छत्तीसगढ़ शासन तथा दिवाकर मिश्रा, (सेवानिवृत्त आई. एफ. एस. ) राज्य परियोजना प्रशासक उपस्थित रहे। उन्होंने नयी शिक्षा नीति के महत्त्व को समझते हुए इस कार्यक्रम के सफल आजोजन हेतुसमस्त महाविद्यालय परिवार को बधाई एवं प्रोत्साहन दिया। साथ ही अपने उद्बोधन में सचिव ने कहा कि एन. ई. पी. 2020 की सफलता का सपना तब साकार होगा जब महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र बड़े उद्यमी के रूप में विकसित होकर महाविद्यालय के भावी छात्रों को रोजगार के उत्तम अवसर प्रदान करेंगे। इसके लिए संस्था के प्राचार्य डॉ चावला ने उक्त लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है।

उक्त कार्यक्रम संस्था के प्राचार्य डॉ बी. एस. चावला के निर्देशन एवं अध्यक्षता में, विघुत इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एस. के. सिंघई के समन्वयन में एवं संस्था के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से आयोजित की गई।

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