रायपुर. पुलिस व स्थानीय प्रशासन के प्रयासों से लगातार आत्म समर्पण कर समाज की मुख्य धारा में लौट रहें आत्मसर्पित नक्सली अब शासकीय योजनाओं से भी जुड़ रहें। इसी दिशा में एक बड़ी पहल दन्तेवाड़ा जिले में हुई है। जहाॅ अभी तक 58 आत्म समर्पित नक्सलियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका हैं।
अधिकारिक जानकारी दी गई है कि बस्तर संभाग को नक्सल मुक्त करने की दिशा में राज्य शासन लगातार प्रयासरत है। इस दिशा में की गई पहल के परिणाम लगातार नजर भी आ रहे है। बस्तर संभाग का एक बड़ा क्षेत्र लगभग नक्सल मुक्त भी हो चुका है। इसके लिए राज्य सरकार “लोन वर्राटू“ अभियान चला रही है। इसके तहत् आत्म समर्पित नक्सलियों को सभी शासकीय योजनों से जोड़ा जा रहा है। ऐसा करके राज्य सरकार इन आत्म समर्पित नक्सलियों को पूरी तरह से समाज की मुख्य धारा शामिल करना चाह रहीं है और बस्तर को नक्सल मुक्त कर पर्यटन की दृष्टी से विकसित करना चाह रही हैं। इसी तारतम्य में आत्म समर्पित 114 नक्सलियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डाॅ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से जोड़ा गया है। अभी तक 58 आत्म समर्पित नक्सलियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। बाकी 56 नक्सलियों का आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की प्रक्रिया जारी है। यह पूरा अभियान पुलिस लाईन काॅर्ली डी.आर.जी. केम्प जिला दन्तेवाड़ा में चल रहा है।
कुआकोण्डा के है, आत्म समर्पित नक्सली
जिन आत्म समर्पित नक्सलियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। वे सभी कुआकोंडा क्षेत्र के है। आयुष्मान कार्ड बन जाने के बाद अब इन आत्म समर्पित नक्सलियों को इलाज संबंधी चिन्ता की आवश्यकता नहीं है। डाॅ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता येाजना के माध्यम से उपचार के लिए 05 लाख तक की राशि व मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से दूर्लभ बीमारियों के लिए 20 लाख तक की उपचार के लिए आर्थिक मदद उपलब्ध रहेंगी।