सूरजपुर । जिला पुलिस मादक पदार्थों के नियंत्रण अभियान के तहत नवाचार अपनाते हुए मेडिकल स्टोर संचालकों की बैठक लेकर संचालकों को प्रतिबंधित दवाइयों को किसी भी स्थिति में डॉक्टर के पर्चे के बिना विक्रय ना करने की अपील की है। बैठक में दवा व्यापारियों ने भी पुलिस प्रशासन की इस मुहिम में प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए संभव सहयोग का भरोसा जताया है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित मादक दवाइयों के सेवन करने से युवाओं पर हो रहे इसके दुष्प्रभाव को देखते हुए पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बुधवार को सूरजपुर के मेडिकल दुकान संचालकों की बैठक ली। जिसमे चिंता जाहिर करते हुए बताया कि अब तक हुई कार्यवाहियों से संज्ञान में आया है कि प्रतिबंधित दवाइयों पर कुछ युवा वर्ग का झुकाव नशे के रूप में हो रहा है। हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझने की जरूरत है, हमें प्रयास करना चाहिए कि आज का युवा नशे का आदी न हो।
इसी कड़ी में एसपी सुरजपुर ने सभी मेडिकल स्टोर के संचालकों से सहयोग की उम्मीद रखते हुए कहा कि प्रतिबंधित दवाइयों को किसी भी स्थिति में डॉक्टर के पर्चे के बिना विक्रय ना करे। प्रतिबंधित दवाइयों की निर्धारित मात्रा में से अधिक मात्रा का भंडारण नहीं करे।मेडिकल स्टोर संचालकों के निर्धारित दायित्व भी हैं जिनका उन्हें पालन करना चाहिए।
एसपी ने बताया कि युवा वर्ग को स्वस्थ रखने और उन्हें नशे की चपेट से दूर रखने के लिए पुलिस विभाग प्रतिबद्ध है। यदिमेडिकल संचालको के खिलाफ शिकायत मिलती है तो पुलिस विभाग द्वारा व ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वार्ता में मेडिकल स्टोर संचालकों का कहना था कि कि हम खुद नशे के खिलाफ है, ऐसे लोग जो नशा करते है या उन्हें नशे की सामग्री उपलब्ध कराते है उनके विरूद्व कार्यवाही में पुलिस को हर संभव सहयोग करेंगे।
बैठक में सूरजपुर के 18 मेडिकल स्टोर के संचालक शामिल हुए। इस दौरान एएसपी मुख्यालय पीएस महिलाने, सीएचएमओ डॉ. आर.एस.सिंह, स्थापना प्रभारी अखिलेश सिंह, ड्रग इंस्पेक्टर जयप्रकाश शर्मा, अमरेश तिर्की, बेनेडिक तिर्की आदि मौजूद थे।