दुर्ग ।भारतीय सेना का जवान बताते हुए कैंटीन का सामान कम दर पर दिलाने का झांसा देकर टीटीई के साथ धोखाधड़ी करने वाले फर्जी व्यक्ति को रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।आरोपी के पास से पुलिस ने अलग-अलग राज्य के कई आईडीए पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, फोटो, सेना का बिल्ला बैच, नेम प्लेट आदि जब्त किए हैं। पुलिस के मुताबिक टीटीई मनमोहन देवांगन 7 सितंबर को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में दुर्ग से दिल्ली के लिए ड्यूटी पर रवाना हुए थे। इस दौरान ट्रेन में हनुमान सिंह राठौर पिता महेंद्र सिंह राठौर निवासी विद्या नगर जयपुर राजस्थान भी यात्रा कर रहा था।
यात्रा के दौरान टीटीई को स्वयं आर्मी का जवान बताया और टीटीइ मनमोहन देवांगन को कम दर पर अच्छे सामान कैंटीन से दिलाए जाने का झांसा दिया। टीटीई ने एलसीडी खरीदने की इच्छा व्यक्त की। इस पर आरोपी हनुमंत सिंह राठौर ने फोन पे एप के माध्यम से 15000 रुपए अपने खाते में डलवाए। परंतु कुछ दिन तक एलसीडी श्री देवांगन के घर नहीं पहुंचा। इस पर श्री देवांगन ने आरोपी से मोबाइल पर संपर्क किया तो उसने और रकम भेजने की बात कहीं। इस तरह कुल 31000 आरोपी ने अपने खाते में जमा करा लिए। जब टीटी को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई हैए तो उन्होंने इस घटना की रिपोर्ट जीआरपी चौकी में की थी। इसके बाद से आरोपी के मोबाइल के लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा था।
12 सितंबर को आरोपी का मोबाइल ट्रेस करने पर उसकी मौजूदगी दुर्ग रेलवे स्टेशन पर पाई गई। इस पर जीआरपी की टीम प्लेटफार्म पर आरोपी की तलाश की। आरोपी पुलिस टीम को अपनी ओर आता देख बाहर भागने का प्रयास किया परंतु जीआरपी पुलिस ने साइकिल स्टैंड के पास आरोपी को दौड़ाकर पकड़ लिया।
आरोपी दुर्ग से सूरत जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहा था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने इससे पूर्व लगभग 20 लोगों के साथ भी धोखाधड़ी की है। आरोपी के पास 8 सिम कार्ड और अलग-अलग आईडी कार्ड मिले हैं। जीआरपी दुर्ग ने आरोपी को धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर गिर तार किया।