मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि-यह फिल्म गांव की व्यवस्थाओं को लेकर बनी है। भूलन कांदा जो जंगलों में पाया जाता है उस पर आधारित स्टोरी है। इसमें दिखाया गया है कि मूवी के हीरो भकला वह शहर में आकर किस प्रकार से गोल गोल चक्कर लगा रहा है। दफ्तरों का चक्कर लगा रहा है । इस मूवी के कलाकारो ने अपनी प्रतिभा का अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं समझता हूं कि यह मूवी सभी को देखनी चाहिए
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नेशनल फ़िल्म अवार्ड से सम्मानित फ़िल्म भूलन द मेज छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोकप्रचलित मान्यताओं को कहानी का रूप देकर लिखी गई श्री संजीव बख्शी के उपन्यास भूलन कांदा पर यह फ़िल्म आधारित है।इसका निर्देशन मनोज वर्मा ने किया है।ऐसी लोकमान्यता छत्तीसगढ़ में है कि जंगल में भूलन के पौधे पर पैर पड़ जाने से आदमी रास्ता भूल जाता है