बिलासपुर- हवाई सुविधा जन संघर्श समिति का अखंड धरना आंदोलन के 77वें दिन शहीद हेमू कालानी सांस्कृतिक मण्डल और सिंधु सेवा समिति के पदाधिकारी व सदस्य धरने पर बैठे। आज की धरने की विशेषता यह रही कि जागरूक नागरिक के तौर पर धरने पर बैठे संगठनों के व्यक्तियों ने हवाई सुविधा संबंधित मांग के बारे में कई सवाल समिति से पूछे और उनका उत्तर जानकर पूरी तरह संतुष्ट हुये तथा आंदोलन को लगातार समर्थन की घोषणा की।सभा में बोलते हुये हेमू कालानी सांस्कृतिक मण्डल के एन.डी.बजाज ने उत्प्रेरक उद्बोधन देते हुये कहा कि बिलासपुर छत्तीसगढ की सांस्कृतिक राजधानी व न्यायधानी है। यहां केन्द्र सरकार के सभी उपक्रमों के कार्यालय भी मौजूद हैं। अगर कोई कमी है तो केवल एयरपोर्ट की है, जिसके बन जाने के बाद बिलासपुर का व्यापार व्यवसाय भी दोगुनी रफ्तार से आगे बढेगा।सीजीवालडॉटकॉम न्यूज़ के व्हाट्सएप् से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
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बजाज ने जन संघर्षो का हवाला देते हुये कहा कि बिलासपुर सदैव ही इसी रास्ते से उपलब्धियां हासिल कर पाया है। अतः यही मार्ग हमें आगे भी सफलता दिलायेगा। सभा में सिंधु सेवा समिति के अध्यक्ष बृजलाल भोजवानी और हरीष भागवानी ने कहा कि छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए रू 27 करोड की राषि प्रदान कर दी हैं, अब इस राशि से जल्द ही आवष्यक कार्य कराकर हवाई सुविधा महानगरों तक प्रारम्भ करायी जानी चाहिए। हेमु कालानी मण्डल के शत्रुघन जैसवानी और प्रकाश बहरानी ने अपनी बात कहते हुये समिति से 3सी और 4सी एयरपोर्ट का अंतर एवं अब तक आंदोलन के माध्यम से मांग के संबंध में क्या हासिल हुआ है, इस पर कई सवाल भी पूछे।
समिति की ओर से जवाब देते हुये बताया गया कि 3सी एयरपोर्ट बनने के बाद यहां 72 और 78 सीटर विमान जोकि एयर इंडिया, स्पाईस जेट, और इंडिगो के पास है उनका संचालन किया जा सकेगा। वहीं 4सी एयरपोर्ट परियोजना की मंजूरी भी साथ-साथ जरूरी है क्यांेकि जब तक 4सी एयरपोर्ट नहीं होगा, बिलासपुर में बोईंग और एयरबस जैसे बडे विमान नही उतर सकेगे। इसके अलावा भी अन्य बहुत से सवालों का समिति के द्वारा विस्तार से जवाब दिया गया और उपस्थित नागरिक तथा प्रश्नकर्ता प्रकाश बहरानी पूरी तरह संतुष्ट हुये और उन्होनें आंदोलन को लगातार चलाने के लिए अपना समर्थन दोहराया। सभा के अंत में जनसंघर्श समिति के नियमित सदस्य षेख अल्फाज(फाजू) की माता के दुखद निधन पर उनकी आत्मा की षांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया।
आज धरने में सभा को महेष दुबे टाटा, यतीष गोयल, राघवेन्द्र सिंह बोगो, और संजय पिल्ले ने भी संबोधित किया। सभा का संचालन गोपाल दुबे और बद्री यादव के द्वारा किया गया। आज धरना आंदोलन में सिंधी समाज से प्रभाकर मोटवानी, कन्हैया लाल पारवानी, खुन्दराज जैसवानी, मोहन लाल षामनानी, मुरलीधर रावनानी, गोपालदास सिंहवानी, रमेश मेहर चंदानी, टेकचंद बाधवानी, हरकिशन गंगवानी, वासुदेव पारवानी, अजय सिंहवानी, किशोर मतलानी, जसपाल बजाज, मोतीराम रेलवानी, नानक राम खण्डूजा, परमेश्वर कौशिक, मुरली पेषवानी, दीपक बजाज, गोविन्द कुमार, संतोश बधवानी, वी.के.भीमटे, महेन्द्र हिन्दूजा, मोहन परवानी, दिलीप बहरानी, संतोश बुधवानी, लक्ष्मण चंदानी, अजय बजाज, गोविन्द बजाज उपस्थित रहे।
समिति की ओर से धरने में अशोक भण्डारी, मनोज तिवारी, गणेष खाण्डेकर, कमल सिंह ठाकुर, अभिषेक चौबे, केशव गोरख, राकेश पवन पाण्डेय, हमीद खान, संतोष पिपलवा, मनोज श्रीवास, शम्मी सहगल, मनीश सक्सेना, पप्पू तिवारी, रघुराज सिंह, सुशांत शुक्ला, राजा अवस्थी आदि षामिल हुये। अखण्ड धरना आंदोलन के 78 वें दिन देवांगन समाज विकास समिति बिलासपुर के पदाधिकारी और सदस्य धरने पर बैठेगें।