बिलासपुर।हवाई सुविधा जन संघर्श समिति का अखंड धरना आंदोलन को चलते हुए आज 53वें दिन चेम्बर आॅफ कामर्स बिलासपुर, श्रीराम क्लाॅथ मार्केट एसोसिऐषन, आटो पार्ट विक्रेता संघ, होटल ऐसोसियेशन के पदाधिकारी धरने पर बैठे।मंगालवार की सभा को संबोधित करते हुये चेम्बर आफ कामर्स संभागीय ईकाई के अध्यक्ष रामअवतार अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर में राज्य निर्माण के 19 साल के बाद भी एयरपोर्ट का न होना एक राजनीतिक शडयंत्र है। अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र व्यवसाय के मामले में लगातार पिछडता जा रहा है और विकास और रोजगार के लिए यह आवष्यक है कि बिलासपुर मेें एयरपोर्ट की स्थापना की जाये। किषोर पंचवानी, किषन बुधिया और प्रकाष सोनथलिया ने कहा कि बिलासपुर में बहुत सी बडी कंपनियां अपना डिपो या सी.एन.एफ. नही खोलती है क्यांेकि यहां हवाई सुविधा नहीं है। सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
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इसका बडा नुकसान पूरे क्षेत्र को हो रहा है। जिला औशधि विक्रेता संघ अध्यक्ष हरजीत ंिसह सालूजा और आटो पाट्र्स संघ के राजकुमार सिंघानिया ने अपना वक्तव्य देते हुये कहा कि राज्य निर्माण के वक्त बिलासपुर और रायपुर में दोगुने का अंतर था जो आज बढकर पांच गुने से अधिक हो गया है। अगर आज हमसबने मिलकर बिलासपुर में हवाई सुविधा हांसिल नही की तो यह अंतर बढकर दसगुने का हो जायेगा।
सभा को संबोधित करते हुए चेम्बर आफ कामर्स के महामंत्री बेनी गुप्ता ने 1988 में चलाये गये वायुदूत की याद करते हुये कहा कि राज्य निर्माण के पहले जिस स्थान पर हवाई सेवा उपलब्ध रही हो उसे राज्य निर्माण के बाद वंचित करना स्वीकार नही किया जा सकता। गुप्ता ने पार्टी लाईन से उपर उठकर सभी जनप्रतिनिधियों से इस मसले पर अड़कर अपनी बात मनवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट या रनवे में कमियंा निकालना केवल बहानेबाजी है, अन्यथा यदि हवाई सुविधा देना है तो आवष्यक व्यवस्था करने में कोई रेाक नहीं है।
छेदीलाल सराफ, जयप्रकाष मित्तल ने ने कहा कि रेल्वे जोन की तर्ज पर ही बिलासपुर का यह आंदोलन हर हालत में सफल होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यहां के लोगों के जो बच्चे दिल्ली, पुणे बैंगलोर, बाम्बे आदि षहरों में पढ रहे है, जहां से आने-जाने में ही दो दिन खर्च हो जाता है। एयरपोर्ट होने पर वे अपने परिवार के साथ मिल सकेगे।
भोलाराम मित्तल और किषन बुधिया ने कहा कि बिलासपुर में एयरपोर्ट होने पर यहां रोजगार व व्यवसाय के साधन तेजी से बढेगें और नया पूंजी निवेश होगा साथ ही रायपुर की तुलना मेें बिलासपुर का विकास न होना पिछले 15 साल की सबसे बडी साजिश है। उत्तर छत्तीसगढ जहां बडा आदिवासी अंचल आता है उसके विकास के लिए बिलासपुर मे हवाई अड्डा होना अत्यन्त आवष्यक हैं।
आज धरना आंदोलन में रविन्द्र सिंह, विमल केडिया, नजर अली, जसपाल सिंह छाबडा, हिरा प्रभुवानी, राजकुमार बजाज, रघुराज सिंह, प्रका श चंद गुरवानी, केैलाष नाथ मिश्रा, अरविन्द गोयल, नवीन वर्मा, वीरेन्द्र गुप्ता, गुलाब चंद साहू, अजीत सिंह टुटेजा, जगमोहन सिंघानिया आदि उपस्थित थे। आज की सभा का संचालन षेख अल्फाज-फाजू ने किया। धरना आंदोलन में हवाई सुविधा जनसंघर्श समिति की ओर भरत पटेल, अषोक भण्डारी, संतोश पिपलवा, बद्री यादव, षेख अल्फाज-फाजू, पप्पू तिवारी, विकाष शर्मा, सुरेश सिदार, अखिलेष देवांगन, केषव गोरख, गोपाल दुबे, भुवनेष्वर षर्मा, अमिताभ तिवारी, श्रीराम यादव, सूरज मिश्रा, राजकुमार ठाकुर, अभिनव पाण्डेय, राजेष गुप्ता, सुरेन्द्र सिंह छाबडा, महेश सिदारा और सुदीप श्रीवास्तव आदि शामिल हुये।अखण्ड धरना आंदोलन के 54वें दिन 18 दिसम्बर को टेन्ट व्यवसायी संघ बिलासपुर के प्रतिनिधि धरने पर बैठेगें।