भाजपा नेता बांधी ने कहा..आपातकाल में संविधान का घोंटा गया गला..समाजवाद, पंथनिरपेक्ष जोड़ना गलत.पढ़ें..हिन्दुराष्ट्र के सवाल पर क्या दिया जवाब

BHASKAR MISHRA
4 Min Read
बिलासपुर—- भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में आपातकाल की यादों को भाजपा नेताओं ने ताजा किया। बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, पूर्व मंत्री मस्तूरी विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी, जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत ने प्रेसवार्ता कर आपातकाल समेत कांग्रेस पर निशाना साधा। डॉ.बांधी ने बताया कि आपातकाल में संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटा गया। जेपी आंदोलन को दबाने के लिए तात्कालीन प्रधानमंत्री ने गैर लोकतांत्रिक कदम उठाया। पूरे देश को संकट में डाल दिया। मूलभूत अधिकारों का हनन किया गया। बांधी ने कहा..कांग्रेस ने देश के साथ अन्याय किया है। आज जनता ने हाशिए पर डाल दिया है।
                  जिला भाजपा कार्यालय में भाजपा नेताओं ने पत्रकार वार्ता कर आपातकाल को याद किया। पूर्व मंत्री डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी समेत बेलतरा विधायक रजनीश सिंह और रामदेव कुमावत ने आपातकाल की बातों को पत्रकारों के साथ साझा किया।
                              डॉ.बांधी ने बताया कि 26 जून 1975 में तात्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश को आपातकाल की आग में झोंक दिया। 25 जून की देर रात्रि तात्कालीन राष्ट्रपति फकरूद्दीन ने आपातकाल के दस्तावेज पर मुहर लगाया। इसके बाद तात्कालीन प्रधानमंत्री ने 25 जून की रातो रात देश में आपातकाल का एलान किया। सुबह होने से पहले ही देश के नेताओं को पकड़कर जेल में डाल दिया गया। बिजली काट दिया गया। अखबारों के प्रकाशन को प्रतिबंधित कर दिया गया। विदेश पत्रकारों को देश में प्रवेश से रोका गया। विदेशी पत्रकारों को देश निकाला दिया गया। 
                 बांधी ने कहा कि इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू करने के साथ ही संविधान से खिलवाड़ किया। देश को पंथ निरपेक्ष के रास्ते में धकेल दिया गया। देश पर समाजवाद थोपा गया।
                इस दौरान बांधी ने सवालों का जवाब दिया। क्या पंथनिरपेक्षता या धर्म निरपेक्षता का सिद्धान्त देश पर थोपना गलत है। सवाल के जवाब में बांधी ने बताया कि संविधान के साथ खिलवाड़ गलत है। क्या केन्द्र सरकार देश को हिन्दूराष्ट्र बनाना चाहती है। सवा्ल का जवा्ब बांधी ने गोल मोल दिया। उन्होने ना तो धर्मनिरपेक्ष हाटने के बारे में बताया..और ना ही पंथ निरपेक्ष के साथ समाजवाद जोड़ने का उद्देश्य बताया। उन्होने यह भी बताया कि अटल विहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने आपातकाल के दौरान संविधान को बचाया है।
                  केन्द्र में भाजपा सरकार बनने के बाद आडवाणी ने कहा था कि देश में आपातकाल की स्थिति दुबार बन सकती है। क्या ईडी सरकार के इशारे पर यही काम कर रही है। पहले राहुल गांधी को घेरा गया। और महाराष्ट्र सरकार को गिराया जा रहा है। सवाल के जवाब में बांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भी ईडी का सामना करना पड़ा है। ईडी संवैधानिक संस्था है। ईडी की कार्रवाई में केन्द्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
                           प्रेसवार्ता के दौरान बांधी ने  लगातार गलत जानकारियों को पेश किया। बीच बीच में पत्रकारों ने गलत जानकारियों को सही कराया। यद्यपि बांधी ने सवालों का जवाब सावधानी से दिया। बावजूद इसके किसी भी सवाल का जवाब सही नहीं दिया।    

                

Join Our WhatsApp Group Join Now
close