भाजपा युवा नेता ने बताया..बाबा ने पढ़ाया सत्य,अहिंसा,कर्तव्य का पाठ.. मिलकर पहुंचाना होगा बाबा का संदेश

BHASKAR MISHRA
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तखतपुर—संत महात्मा ईश्वर के भेजे गए दूत होते हैं। उन्हे इस धरती पर लोगों के बीच प्यार स्नेह और संस्कारित करने के लिए भेजा जाता है। भारत ऋषि मुनियों का देश रहा है। यह परम्परा आज भी कायम है। हमारे देश में ऋषि मुनियों को विशेष ओहदा हासिल है। यह बातें तखतपुर भाजपा मण्डल युवा मोर्चा महामंत्री अजय यादव ने करनकांपा में आयोजित बाबा गुरूघआसीदास की जयंति पर कार्यक्रम में कही। अजय यादव ने कहा उन्हें बाबा गुरूघासीदास की जयंति कार्यक्रम शिरकत कर बहुत खुशी हुई है।
 
             तखतपुर के करनकांपा ग्राम पंचायत में बाबा गुरूघासीदास की 263 जयंति पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भाजपा के युवा नेता और तखतपुर के जनपद सदस्य अजय यादव ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत किया।
       
                    भाजपा युवा नेता ने कहा हमारे प्रदेश का सौभाग्य है कि बाबा गुरूघासी दास का जन्म हुआ। उनकी शिक्षा आज भी प्रदेश के कमोबेश सभी समाज में स्थापित है। त्याग.तपस्या भाईचारा हमारे प्रदेश की पहचान है। बाबा गुरूघासीदास ने अपना सम्पुर्म जीवन मानव सेवा को अर्पित किया। हमें उनके दिए गए संदेश का पालन कर प्रदेश को ना केवल विकसित करना है। बल्कि समाज के एक एक सदस्यों के बीच भाईचारे के मंत्र को जीवन्त भी करना है।
       
            अपने भाषण में युवा नेता अजय ने कहा..बाबा गुरूघासीदास ने महिला उत्थान के लिए ना केवल काम किया।बल्कि आने वाली पीढियों के लिए नजीर भी पेश किया। उन्होने हमेशा महिला जगत को समाज में सर्वोपरि स्थान दिया है। 
 
            अजय यादव  ने बताया कि बाबा का जन्म रायपुर जिले के गिरौद गांव में हुआ। पिता का नाम मंहगू दास और माता अमरौतिन बाई थी। सफूरा बाई ने पत्नी बनकर अपना सारा जीवन बाबा और समाज की सेवा को अर्पित किया है।
 
           अपने जीवन काल में बाबा घासीदास और माता सफूरा बाई ने  छुआछूत, ऊंच-नीच, झूठ-कपट से दूर रहने का अभियान चलाया। बाबा ने हमेशा सत्य अंहिसा का पाठ पढ़ाया। मानव ही नहीं बल्कि ईश्वर के हर जीवित और अजीवित निर्माण से प्यार करना सिखाया।
 
                     अपने जीवन में बाबा ने न केवल सत्य की आराधना की, बल्कि समाज में नई जागृति पैदा कर लोगों को इंसान बनाने का भी पाठ पढाया। बाबा के प्रभाव से उनके लाखों अनुयायियों ने  ‘सतनाम पंथ’ की स्थापना की।
 
            कार्यक्रम में मुख्य रूप से ग्राम पंचायत करनकापा के पूर्व सरपंच प्रमोद कौशिक राजा यादव ,विक्की यादव , संत कुमार बघेल शामिल हुए। कार्यक्रम के आयोजक ,शत्रुहन बंजारे, मायाराम अनंत, रमेश नवरंग, रामलोचन  ,सुखीराम ,जीवराखन, सोनी ,शिवकुमार ,रामेश्वर, पकालू ,विजय ,शिवकुमार ,भरत ,जगमोहन ,माखन ,राजा ,रामेश्वर, सहदेव ,लखन, रमेश,  डमरु , पकालू,अर्जुन ,रामशरण ,दशरथ ,सरजू ,आसाराम ,यदुराम, भागी साहू, विष्णु ,चंदन लाल, जानू राम  के साथ-साथ  दूरदराज से पहुंचे लोगों के प्रति आभार जाहिर किया।
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