Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पांचवीं बार पेश करेंगी बजट, सबसे लंबी स्पीच सहित उनके नाम हैं कई रोचक रिकॉर्ड

Shri Mi
5 Min Read

Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ड्राइविंग सीट पर पहुंचने के लिए राजनीति में शामिल कई धुरंधरों को पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल के शीर्ष चार में जगह पाने के लिए कई दिग्गजों को पछाड़ा, पहले रक्षा मंत्री के रूप में और बाद में वित्त मंत्री के रूप में। बता दें, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) बुधवार (31 जनवरी, 2023) को पांचवीं बार बजट पेश करेंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम कई रोचक रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। फिर चाहे वो उनके लंबे भाषण को लेकर ही क्यों न हो।

सीतारमण (Sitharaman) से पहले, ये दोनों पोर्टफोलियो केवल पुरुषों के पास थे। उसमें अगर इंदिरा गांधी को छोड़ दिया जाए। जिन्होंने भारत के प्रधान मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान एक अतिरिक्त प्रभार के रूप में विभिन्न अवधियों में रक्षा और वित्त विभागों को संभाला था। वित्त मंत्रालय के लिए उनका कार्यकाल एक साल का था।

सीतारमण देश की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री हैं। वह 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में अपना पांचवां बजट पेश करने के लिए तैयार हैं। यहां वित्त मंत्री के रूप में सीतारमण से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्यों और रिकॉर्ड पर एक नजर डालते हैं।

जुलाई 2019 में अपने पहले बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने चमड़े के ब्रीफ़केस में बजट दस्तावेज़ ले जाने की सदियों पुरानी परंपरा को समाप्त कर दिया। उन्होंने बजट के दस्तावेजों को लाल रेशमी बैग में लपेटा हुआ था, जिस पर राष्ट्रीय प्रतीक अंकित था। औपनिवेशिक परंपरा से छुटकारा पाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में इसकी सराहना की गई है। ब्रीफकेस के स्थान पर बही-खाता चुनने के अपने निर्णय पर टिप्पणी करते हुए सीतारमण ने कहा था, ‘मुझे लगा कि अब समय आ गया है कि हम ब्रिटिश हैंगओवर से आगे बढ़ें।

सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड भी निर्मला सीतारमण के नाम दर्ज है। 1 फरवरी, 2020 को उन्होंने केंद्रीय बजट 2020-21 पेश करते हुए 162 मिनट तक भाषण दिया था। पिछले बजट में 137 मिनट के अपने ही रिकॉर्ड भाषण को उन्होंने तोड़ा था। वह अपने बजट भाषण के आखिरी के दो पन्ने इसलिए नहीं पढ़ पाईं थी, क्योंकि उन्हें अपनी तबीयत ठीक नहीं लग रही थी। उसके बावजूद 1 फरवरी, 2020 का बजट भाषण अब तक का सबसे लंबा भाषण है।

सीतारमण से पहले सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड जसवंत सिंह के पास था, जिन्होंने 2003-04 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए 135 मिनट तक भाषण दिया था। हालांकि, शब्दों की संख्या के हिसाब से सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड मनमोहन सिंह के पास है, जिन्होंने 1991 में बजट पेश करते समय 18,650 शब्दों का उपयोग किया था। सीतारण का 2020 का बजट भाषण अवधि के मामले में सबसे लंबा रिकॉर्ड रखता है, लेकिन उनके शब्दों की संख्या 13,275 थी।

कोविड महामारी के दौरान 2021 में निर्मला सीतारमण ने पहला पेपरलेस बजट पेश कर एक और कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने केंद्रीय बजट 2021-22 को डिजिटल प्रारूप में पेश किया। वित्त मंत्री ने संसद में अपना बजट भाषण डिजिटल टैबलेट के जरिए पढ़ा। भाषण पूरा होने पर बजट के दस्तावेज मोबाइल एप के जरिए उपलब्ध कराए गए। 2022 में भी सीतारमण ने पेपरलेस बजट की परंपरा को जारी रखा। जबकि 2021 में पेपरलेस बजट पेश किया गया था, अब यह चलन बन गया है। पिछले दो केंद्रीय बजटों की तरह केंद्रीय बजट 2023-24 भी कागज रहित होगा। इस बात की जानकारी केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने पिछले सप्ताह दी थी।

निर्मला सीतारमण ने अब तक चार केंद्रीय बजट पेश किए हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह अब तक की एकमात्र महिला हैं। 2019 में वह केंद्रीय बजट पेश करने वाली स्वतंत्र भारत के इतिहास में दूसरी महिला बनीं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी स्वतंत्र भारत में केंद्रीय बजट पेश करने वाली पहली महिला थीं। 1970 में इंदिरा गांधी ने वित्तीय वर्ष 1970-71 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया था।

TAGGED:
By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close