Accountant- राजधानी जयपुर में एक कारोबारी को ब्लैकमेल में 26 लाख रुपये ऐंठने का मामला सामने आया है। लंबे समय से एक लेटर भेजकर कारोबारी को बदनाम करने की धमकी दी जा रही थी। ऐसा नहीं करने के बदले उससे रुपयों की डिमांड की जा रही थी। अंजान व्यक्ति कारोबारी के गार्ड को लेटर देकर जाता था और फिर उसमें बताई जगह पर बैग में रुपये रखकर मंगवाता था। गुरुवारक को दीपक माहेश्वरी (47) ने ब्लैकमेलिंग की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर शातिर ब्लैकमेलर और उसकी गर्लफ्रेंड को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने आरोपी राहुल बोहरा (26) पुत्र राजेंद्र शर्मा निवासी जयपुर और उसकी गर्लफ्रेंड प्रियंका (27) पुत्री बजरंग लाल निवासी नागौर को गिरफ्तार किया है। राहुल सीएम फाइनल ईयर का छात्र है और प्रियंका एक कंपनी में अकाउंटेंट है। शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों दो साल से साथ हैं। वेब सीरिज देखकर उन्होंने कारोबारी को ब्लैकमेलिंग का प्लान बनाया था।
पूरी वारदात की शुरुआत एक जनवरी 2021 से हुई थी। रात करीब आठ बजे एक अनजान व्यक्ति कारोबारी की कंपनी के गार्ड को एक लिफाफा देकर गया। अगले दिन वो लिफाफा उसने अपने मालिक दीपक को दे दिया। दीपक ने उसे खोलकर देखा तो उसमें दीपक और कंपनी की एक महिला के बारे में कुछ निजी जानकारियां थी।
लेटर में लिखा था कि मुझे 11 लाख रुपये दो नहीं तो ये सारी जानकारी उजागर कर दूंगा। लेटर में शाम सात बजे रुपये से भरा बैग विद्याधर नगर स्थित कपड़ों के शोरूम के सामने छोड़ने की बात भी लिखी हुई थी। अपनी और महिला की बदनामी के डर से कारोबारी बैग में रुपये रखकर रख आया।
इसके बाद 15 नवंबर 2021 को कारोबारी को उसकी तरह से एक और लेटर मिला, जिसमें 15 लाख 25 हजार रुपये देने की बात कही गई थी। कारोबारी ने ब्लैकमेलर की बताई जगह पर बैग में रखकर रुपये पहुंचा दिए।
26 दिसंबर 2022 को कारोबारी दीपक को उसकी तरह से एक और लिफाफा मिला। जिसमें ब्लैकमेलर ने 23 लाख रुपये की मांग की थी। लेकिन, इस बार कारोबारी ने रुपये से भरा बैग उसकी बताई जगह पर नहीं रखा। चार जनवरी को कारोबारी को एक और लेटर मिला जिसमें रुपये नहीं देने पर गोपनीय जानकारी सार्वजनिक करने की धमकी दी गई थी.
लेटर में कहा गया था कि पांच जनवरी को विधाधर नगर रेमंड शॉरूम के सामने पेड़ के नीचे 23 लाख रुपये से भरा बैग रख देना। ब्लैकमेलर की धमकी से तंग आकर कारोबारी दीपक पुलिस से पास पहुंचे और केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने ब्लैकमेलर को पकड़ने के लिए की योजना बनाई।
पुलिस ने पांच जनवरी को एक बैग में कागजी नोट भरकर कारोबारी को ब्लैकमेलर की बताई जगह पर भेजकर बैग वहां रखवा दिया। कुछ देर बाद ब्लैकमेलर बैग उठाने आया तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस ने बताया कि दीपक माहेश्वरी का साइन बोर्ड बनाने का कारोबार है। प्रियंका करीब चार साल से दीपक की कंपनी में नौकरी कर रही है। इसी कंपनी में आरोपी राहुल बोहरा की बहन भी नौकरी करती है। राहुल अपनी बहन को लाने और ले जाने के लिए कंपनी में आता-जाता रहता था। इसी दौरान राहुल और प्रियंका की मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों रिलेशनशिप में आ गए।
दीपक की गुप्त जानकारी प्रियंका ने ही राहुल को उपलब्ध करवाई थी। प्रियंका यह जानती थी कि दीपक करोड़पति है, उसके पास पैसों की कमी नहीं है। वह ब्लैकमेल करने पर आसानी से पैसे दे देगा। जिसके बाद दोनों ने मिलकर ये प्लान तैयार किया था।