VIDEO-सावधान..जंगल माफियों का शहर में दस्तक..36 सिटी मॉल के पास 4 पेड़ों की हत्या..SDM बोले-जमीन मालिक पर होगा अपराध दर्ज..रिपोर्ट का इंतजार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- सावधान…अब रेत और जमीन चोरों के बाद शहर में जंगल माफियों ने दस्तक दे दिया है। अल सुबह जंगल माफियों ने दादीगिरी के साथ चार उम्र दराज हरे भरे पेडों को मौत के घाट उतार दिया है। बताया जा रहा है कि पेड़ों को सामने बन रहे काम्पलेक्स के मालिक ने कटवाया है। इसके लिए उसने अनुमति भी नहीं लिया है। मामले में एसडीएम और डीएफओ ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

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                शहर के लोग अब तक रेत और जमीन चोरों से ही परेशान थे। लेकिन अब उन्हें जंगल चोरों से भी दो चार होना पड़ेगा। अन्यथा देखते ही देखते ही शहर की बची खुची हरियाली को गायब होने में देर नहीं लगेगी। मंगला उस्लापुर के बीच 36 मॉल के पास जंगल माफियों ने निर्माणाधीन काम्पलेक्स मालिक के इशारे पर चार हरे भरे उम्रदराज खुशहाल पेड़ों को सुबह सुबह मौत के घाट उतार दिया है।

              जानकारी हो कि मौके पर काम्पलेक्स निर्माण का काम किया जा रहा है। इसके पहले ही यहां से दो पेड़ों को हींग का डोज पिलाकर मारा जा चुका है। एक बार फिर फारेस्ट से अनुमति नहीं मिलने पर काम्पलेक्स मालिक ने जंगलमाफियों को पेड़ों की हत्या का सुपारी दिया। सुबह 6 में से 4 पेड़ों को मौत के घाट उतार दिया गया।

                        मौके पर मौजूद जंगल माफिया ने बताया कि उन्हें काम्पलेक्स के मालिक ने पेड़ काटने के लिये सुपारी दिया है। हमने चार पेड़ों को मौत के घाट उतार दिया है। जबकि तीन पेड़ों की कटाई दूसरे दिन होगी।

जब तब पर्यावरण बचाने को लेकर किया गया प्रदर्शन

               बताते चलें कि नेहरू चौक से उस्लापुर तक रोड के दोनों किनारे स्थित पेड़ों को बचाने को लेकर पर्यावरण प्रेमियों ने जब तब प्रदर्शन किया। यहां तक कि नेहरू चौक से कोटा तक मानव श्रृंखला बनाकर पेड़ों को बचाने शासन पर दबाव भी बनाया। इसके के कारण ही नेहरू चौक से सकरी तक सड़क की चौड़ाई में ना केवल परिवर्तन किया गया। यहां तक कि ब्रिज की लम्बाई को कम किया गया।

पर्यावरण प्रेमियों में गहरा आक्रोश

               बावजूद इसके जमीन मालिक के आदेश में जब शहर गहरी नींद में सोया था ठीक उसी समय चार पेड़ों की हत्या की गयी। इस बात को लेकर पर्यावरण प्रेमियों में गहरा आक्रोश है। मौके पर पहुंचे पर्यावरण प्रेमियों ने बताया कि इसे किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। जमीन मालिक के खिलाफ अपराध दर्ज किए जाने की मांग करेंगे। जरूरत पड़ी तो प्रदर्शन भी करेंगे। यदि ऐसा ही होता रहा तो शहर के सारे पेड़ जंगल माफिया चट कर जाएंगे।

  कोई आदेश नहीं दिया गया       

                वहीं खबर मिलने के बाद डीएफओ के आदेश पर सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी जितेन्द्र साहू मौके पर करीब 6 बजे पहुंच गए। उन्होने बताया कि पेड़ों की कटाई नियम विरूद्ध हुई है। शासन ने पेड़ों को काटने का कोई आदेश नहीं दिया है। मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। मौकैे पर पहुंचे जितेन्द्र साहू ने काम्पलेक्स के चौकीदार से भी बातचीत की। उन्होने काम्पलेक्स मालिक के नाम का पता लगाया।

क्या है नियम

                वन परिक्षेत्र अधिकारी जितेन्द्र साहू ने बताया कि सरकारी अनुमति मिलने के बाद भी पेड़ों की कटाई वन अमला के सामने होता है। नियमानुसार पेड़ काटने के बाद शासन का स्प्ष्ट निर्देश है कि प्रत्येक पेड़ के एवज में कम से कम सौ पेड़ लगाए जाएं। लेकिन यहां न तो पेड़ काटने की अनुमति ली गयी है। और ना ही कोई अधिकारी मौके पर मौजूद था। इसलिए कानून उल्लंघन का मामला मानते हुए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

पंचनामा करने पहुंची पटवारियों की टीम

                 मामले में जानकारी मिलते ही एसडीएम देवेन्द्र पटेल ने तत्काल पटवारियों की एक टीम को मौके पर भेजा है। पटवारियों की टीम खबर लिखे जाने तक पंचनामा कार्रवाई करती नजर आयी।

राजस्व को बताएंगे..वन विभाग भी करेगा कार्रवाई

                वहीं डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि सभी पेड राजस्व की जमीन पर है। इसमें राजस्व विभाग को कदम उठाना होगा। फिलहाल हमने अपनी टीम को मौके पर रवाना कर दिया है। वन अधिनियम के तहत जो  भी निर्देश होगा उसके तहत आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा।

   252 के तहत जमीन मालिक पर होगी कार्रवाई

                  पेड़ काटने का आदेश किसी को नहीं दिया गया है। एसडीएम देवेन्द्र पटेल ने बताया कि बड़ा अपराध है। हमने एक टीम को पंचनामा के लिए भेजा है। राजस्व अधिनियम की धारा 252 के तहत निर्माणाधीन काम्पलेक्स और जमीन मालिक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा। रिपोर्ट मिलने के बाद अपराध भी दर्ज किया जाएगा।  

   पर्यावरण का विनाश

             हाईकोर्ट अधिवक्ता और पर्यावरणविद् सुदीप श्रीवास्तव ने कहा कि यह बहुत बड़ा अपराध है। अपराध दर्ज की मांग करेंगे। कोई कितना भी शक्तिशाली होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग सक्षम अधिकारी से करेंगे।

 

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