लिपिकों के अल्टीमेटम को सीसीएफ ने किया नजरअंदाज…रोहित ने कहा अब उग्र आंदोलन…कर्मचारियों ने की नारेबाजी

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

IMG20171005143834बिलासपुर— छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ बिलासपुर ईकाई ने आज सीसीएफ कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। लिपिकों ने पांच सूत्रीय मांग नहीं पूरी नहीं होने पर नारेबाजी करते हुए उग्र आंदोलन का भी संकेत दिया। रोहित तिवारी ने कहा कि हमेशा की तरह तानाशाह सीसीएफ बी. आनंद बाबू कार्यालय से फरार पाए गए। कार्यालय को पांच सूत्रीय मांग पत्र देते हुए लिपिक कर्मचारी संघ ने फैसला किया है कि जल्द ही बी.आनन्द बाबू के खिलाफ 45 विभाग के हजारों लिपिक कर्मचारी राज्य स्तरीय धरना प्रदर्शन जिला मुख्यालयों में करेंगे।
डाउनलोड करें CGWALL News App और रहें हर खबर से अपडेट
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.cgwall

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                            पांच सूत्रीय मांग को लेकर आज छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ ने सीसीेएफ कार्यालय का घेराव किया। सीसीएफ बी.आनन्द बाबू के खिलाफ जहर उगला। जमकर नारेबाजी की…कर्मचारी नेता रोहित तिवारी ने बी.आनन्द बाबू पर स्वैच्छाचारिता का भी आरोप लगाया। धरना प्रदर्शन के दौरान महामंत्री रोहित तिवारी ने बताया कि सीसीएफ को पांच अक्टूबर तक मांगों को पूरा करने अल्टीमेटम दिया था। संघ ने निर्णय लिया था कि पांच अक्टूबर को भोजनावकाश में सीसीेएफ से मिलकर अंतिम स्तर पर बातचीत करेंगे। लेकिन सीसीएफ आज अपने कार्यालय से नदारद मिले।

               रोहित ने बयान में कहा कि हमने कई बार पांच सूत्रीय मांग को लेकर सीसीएफ को पत्र लिखा। बातचीत के लिए महौल बनाया। लेकिन उन्होने पत्र का जवाब देना तो दूर मान्यता प्राप्त संगठनों से बातचीत करना मुनासिब नहीं समझा है। ऐसा करना सचिव राज्य प्रशासन के दिशा निर्देशों के खिलाफ है। तिवारी ने बताया कि आज हमने अंतिम बार सीसीएफ कार्यालय पहुंचकर पांच सूत्रीय मांग पत्र दिया है। यदि तीन चार दिन के भीतर इस पर विचार नहीं किया गया तो लिपिक कर्मचारी संघ प्रदेश स्तरीय उग्र आंदोलन के लिए तैयार है। अांदोलन की तारीख का एलान जल्द ही कर दिया जाएगा।

                पत्रकारों को रोहित ने बताया कि लेखापाल हेमन्त कुमार बघेल को नियम के खिलाफ स्थानांतरित किया गया है। आदेश को निरस्त कर पूर्व पद पर रखा जाए। लिपिक संंवर्ग सेटअप में छेड़छाड़ के आदेश को निरस्त किया जाए। लिपिकों की रूकी हुई पदोन्नति की कार्रवाई तत्काल शुरू हो। पिछले तीन साल में एक बार भी परामर्शदात्री की बैठक नहीं हुई। इसलिए बैठक बुलाया।

                       रोहित ने कहा कि पांच सूत्रीय मांंगो को लेकर सीसीएफ गंभीर नहीं है। इसलिए संघ ने अब प्रदेश स्तरीय उग्र आंदोलन का फैसला लिया है।

close