बिलासपुर-नागा साधू से मारपीट मामले में अब नया मोड़ आ गया है। तोरवा थाना से हासिल सीसीटीवी फुटेज से मालूम हुआ है कि नागा साधु के साथ थाने में मारपीट नहीं की गयी है। नागू साधू को केवल बोलकर बाहर निकाला गया है। जबकि नागा साधू ने आईजी कार्यालय पहुंचकर पत्रकारों को बताया कि तोरवा थाना पुलिस ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की है।जानकारी देते चलें कि दोपहर करीब 2 बजे एक नागा साधू आईजी कार्यालय पहुंचा। उसके साथ जूना अखाड़ा का दूसरा साधू भी था। आन्द्रप्रदेश के नागा साधू ने बताया कि दो दिन पहले वह बिलासपुर पहुंचा। जैसे ही स्टेशन से बाहर निकला एक मोटर सायकल सवार उसका थैला लेकर फरार हो गया। थाने में रिपोर्ट लिखाने पहुंचा तो उसके साथ पुलिस वालों ने मारपीट की है।
आईजी कार्यालय में पत्रकारों को नागा साधू ने मारपीट के निशान को भी दिखाया। वहीं मामले में अब दिलचस्प मोड़ आ गया है। तोरवा पुलिस ने नागा साधू की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल थाने में लगे सीसीटीवी को खंगाला।
पुलिस ने सीसीटीवी में पाया कि नागा साधू स्टेशन की ओर से किसी की मोटरसायकल पर सवार हो कर थाना पहुंचा। गेट के बाद सड़क किनारे मोटरसायकल से उतरकर उसने मोटरसायकल सवार को थैला और बैग थमाया। इसके बाद वह लड़खड़ाते थाना कैम्पस में घुसा। चलने के दौरान वह काफी झूम भी रहा था।
इस दौरान उसने थाने की तरफ इशारा कर कुछ कहा। फिर झण्डा रोहण स्थल के नीचे कुछ देर बैठा। पुलिस ने उसे बोलकर बाहर निकाला। और फिर नागा साधू वहां से चला गया। घटना दो दिन पहले यानि 22 मार्च की है।
बहरहाल पुलिस ने वीडियो जारी कर स्पष्ट किया है कि नागा साधु के साथ किसी भी तरह की मारपीट नहीं हुई है। लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद है। फिलहाल सीसीटीवी से भी यही जाहिर हो रहा है।