रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी) गायत्री जन्ममहोत्सव एवं गंगा दशहरा के पावन अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा रामानुजगंज के द्वारा गायत्री यज्ञ मंडप में हवन आदि कर भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया जिसमें महिलाओं में अपनी सहभागिता निभाई। हिंदू धर्म में ज्येष्ठ शुक्ल मास में गंगा दशहरा एवं गायत्री जन्म महोत्सव मनाया जाता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता गायत्री का जन्म ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को हुआ था इस दिन माता गायत्री की पूजा करने से भक्तों की सभी चाहतें पूरी होती है।
मां गायत्री की कृपा से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं वे प्राण, आयु, शक्ति, धन, कीर्ति आदि देने वाली देवी है इसलिए, इस दिन भक्तों ने गायत्री मंत्र के जाप के साथ उनकी आरती उतारी गई। गायत्री मां से ही चारों वेदों की उत्पति मानी जाती हैं। इसलिये वेदों का सार भी गायत्री मंत्र को माना जाता है। मान्यता है कि चारों वेदों का ज्ञान लेने के बाद जिस पुण्य की प्राप्ति होती है अकेले गायत्री मंत्र को समझने मात्र से चारों वेदों का ज्ञान मिल जाता है। गायत्री मां को हिंदू भारतीय संस्कृति की जन्मदात्री मानते हैं।