रायपुर।साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ में परम्परागत साक्षरता के साथ-साथ कम्प्यूटर साक्षरता में भी ग्रामीण महिलाओं का रूझान बढ़ता जा रहा है।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने शुक्रवार को उस समय काफी खुश नजर आए, जब उन्होंने राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित अक्षर सम्मान समारोह के दौरान प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ की कुछ बुजुर्ग ग्रामीण महिलाओं को कम्प्यूटर चलाते हुए देखा। राजनांदगांव जिले के ग्राम उपरवाह की इन महिलाओं को साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत लोक शिक्षण केन्द्र में कम्प्यूटर का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री ने गीता और सुनीता सहित कई ग्रामीण महिलाओं को कम्प्यूटर सीखने में उनकी दिलचस्पी के लिए बधाई दी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ राज्य की ग्रामीण महिलाओं में आ रही जागरूकता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि इससे यह भी मालूम होता है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार के प्रयासों से राज्य में कम्प्यूटर साक्षरता भी बढ़ रही है।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप, कृषि और जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, लोकसभा सांसद रमेश बैस, संसदीय सचिव अम्बेश जांगड़े सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि और प्रदेशभर से आए साक्षरत भारत अभियान से जुड़े हजारों कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत स्कूल शिक्षा विभाग और राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा मुख्यमंत्री अक्षर सम्मान समारोह और अक्षर सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में प्रदेश के दो जिलों-रायपुर और बलरामपुर सहित तीन विकासखण्डों-लखनपुर (जिला सरगुजा), छुईखदान (जिला-राजनांदगांव) और बस्तर (जिला बस्तर) तथा सात ग्राम पंचायतों-खैरझिटी (जिला कबीरधाम), सुखरीडबरी (जिला महासमुंद), मनिकोटा (जिला-सुकमा), तिलकेजा (जिला-कोरबा), लिगियाडीह (जिला-बिलासपुर), छोटे कलुआ (जिला-कोरिया), और भकुर्रा (जिला-रायगढ़) को सम्मानित किया गया। जन शिक्षण संस्थान सरगुजा को भी इस अवसर पर मुख्यमंत्री अक्षर सम्मान से नवाजा गया। संबंधित जिलों के पंचायत प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री के हाथों यह सम्मान ग्रहण किया।