रायपुर।महंगाई भत्ता और मकान किराया भत्ता की मांग को लेकर फेडरेशन के आह्वान पर सोमवार से प्रशासन के २२ से अधिक अनेक संगठनों के कर्मचारी और अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहे। बीती 43 सालो में सबसे बड़े आंदोलन को पहली बार जिला सत्र न्यायालय के कर्मचारियों ने भी समर्थन दिया। हड़ताल से न्यायालय में बंदी पेशी और सुनवाई का काम भी ठप्प रहा। इसके अलावा प्रशासनिक दफ्तरों के काम काज सहित बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई।इधर कर्मचारी आंदोलन को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्य्मंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि भूपेश सरकार बल पूर्वक कर्मचारियों के आंदोलन को कुचलने में लगी है!आखिर केंद्र के समान 34 प्रतिशत डीए कांग्रेस सरकार क्यों नहीं दे रही है? दबाव बनाकर आंदोलन कुचलना लोकतंत्र की हत्या है।कर्मचारी भाई-बहन चिंता न करें, सवा साल बाद सरकार बनते ही, आपकी सारी मांगे भाजपा की सरकार पूरा करेगी।
भूपेश बघेल के जैसे-जैसे दिन पूरे हो रहे हैं, उनकी भाषा का स्तर गिरता जा रहा है।मुख्यमंत्री पद की मर्यादा का भी भान भूपेश जी को नहीं है, एक सीएम की भाषा इतनी घटिया हो सकती है, मुझे आश्चर्य होता है।