बिलासपुर।कर्मचारी फेडरेशन ने 25 से 29 जुलाई तक 5 दिनों का कलम बंद हड़ताल का ऐलान किया है। लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष रोहित तिवारी ने बताया कि हड़ताल में प्रदेश के सभी संगठन हिस्सा लेंगे। शिक्षक संगठन की भी हड़ताल में भागीदारी होगी। हड़ताल में प्रदेश भर के लाखो कर्मचारी प्रत्यक्ष रूप से भाग लेंगे।जल संसाधन कार्यालय स्थित प्रार्थना सभा भवन में फेडरेशन के नेताओं ने बैठक कर ऐलान किया कि महंगाई भत्ता की मांग को लेकर पांच दिवसीय कलम बंद हड़ताल किया जाएगा। हड़ताल 25 जुलाई से शुरू होकर 29 जुलाई तक होगा। लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित तिवारी ने बताया कि सरकार के पास अभी भी समय है ।
कर्मचारी हित में कदम उठाते हुए महंगाई भत्ता बढ़ाने का ऐलान करें। उन्होंने बताया कि बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तय की गई है महंगाई भत्ता और भाड़ा भत्ता को लेकर आंदोलन पूरे प्रदेश में किया जाएगा । बड़ी तादाद में कर्मचारी रायपुर में एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
कर्मचारी नेता ने बताया कि हमने 29 जून को एक दिवसीय हड़ताल कर शासन प्रशासन को स्पष्ट संदेश दिया था कि कर्मचारियों की मांग को गंभीरता से लिया जाए। यदि सरकार ने मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो 25 से 29 जुलाई के बीच 5 दिन सी कलम बंद हड़ताल किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने ऐलान किया था कि साल 2020 कर्मचारियों के नाम रहेगा। लेकिन देखते ही देखते हम साल 2022 आ गये। इस दौरान पंच जनपद सदस्य समेत जनप्रतिनिधियों के भत्ता तो बढ़ा दिया गया। वादा के बावजूद कर्मचारियों का ना तो महंगाई भत्ता दिया गया और ना ही भाड़ा भत्ता।
उन्होंने बताया कि एक तरफ सरकार कहती है कि कोष में पैसा नहीं है। बावजूद इसके पंच सरपंच जनपद जिला पंचायत सदस्यों के भत्ते में इजाफा किया गया। हमें इस बात से मतलब नहीं है कि जनप्रतिधियों का भत्ता किस तरह बढ़ाया जा रहा है। कर्मचारियों को भी महंगाई भत्ता मिलना चाहिए । चाहे सरकार को कर्ज ही क्यों ना लेना पड़े।रोहित ने बताया कि पांच दिवसीय कलम बंद हड़ताल के बावजूद सरकार ने हमारी मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला लिया जाएगा। ओर देकर कहा की हड़ताल में शिक्षक संगठनों की भूमिका अहम होगी।