बिलासपुर। हसदेव अरण्य को बचाने शनिवार को जनसभा में पारित हुए 14 विधायकों और 2 सांसदों के इस्तीफे के प्रस्ताव के बारे में वरिष्ठ अधिवक्ता व सामाजिक कार्यकर्ता सुदीप श्रीवास्तव ने कहा है कि ऐसा कोई भी प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है उन्होंने कहा कि सभा में इस्तीफे का कोई प्रस्ताव पास नहीं हुआ है।उन्होंने यह भी कहा कि सभा उनके ( सुदीप श्रीवास्तव के) मार्गदर्शन में होने का बयान पूरी तरह गलत है। श्री श्रीवास्तव ने ट्वीट कर कहा कि यह सभा मेरे मार्गदर्शन में होने का बयान पूरी तरह गलत है। हरिहरपुर में लगातार आंदोलन चल रहा है।उसमें विभिन्न पार्टी संगठन के लोग शामिल हो रहे हैं। शनिवार को जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष अपना प्रोग्राम बना कर वहां गए थे। उनके भाषण े सभी अंशों से मैं सहमत नहीं हूं।श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सच्चाई यह है कि राहुल गांधी का सपोर्ट आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण है।
सभा में 14 एमएलए ,दो एमपी के इस्तीफे का कोई प्रस्ताव पास नहीं हुआ है। भूपेश बघेल ने काम रुकवाया है। इसलिए अभी व्यक्तिगत विरोध सही नहीं। सुदीप श्रीवास्तव ने कहा कि जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष ने आंदोलन को समर्थन दिया है। आंदोलन के मंच से राजनीतिक बयानों से बचना चाहिए।इसके पहले जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत साल्ही हरिपुर हरिहरपुर में शनिवार को हजारों की संख्या में लगभग 32 ग्रामो से आए वनवासियों ने विशाल जनसभा की।
विज्ञप्ति में यह भी लिखा गया था कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के अध्यक्ष अमित जोगी ,लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह की अगुवाई में सामाजिक कार्यकर्ता सुदीप श्रीवास्तव और आलोक शुक्ला के मार्गदर्शन में हुई इस ऐतिहासिक जनसभा में 32 गांव के पंचायत प्रतिनिधियों ने जनसभा कर हसदेव बचाने का प्रस्ताव पारित किये।सुदीप श्रीवास्तव ने इस पर अपनी असहमति जताई है।